जमीन विवाद को लेकर हत्या करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने चंद घंटे में किया गिरफ्तार, भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में.
November 14, 2022चौकी कोतबा में आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 152/22 धारा 302, 323, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर
प्रकरण के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थिया जुगमनिया पैंकरा उम्र 55 साल निवासी जामझोर ने दिनांक 13 नवंबर 2022 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके पति रामनंदन साय पैंकरा उम्र 60 साल उक्त दिनांक के प्रातः 8:00 बजे अपने भतीजी के हिस्से की जमीन में हल से जुताई कर रहा था, उसी समय उसके दो छोटे भाई 1-घनश्याम साय पैंकरा उम्र 58 साल, 2-शंकर पैंकरा उम्र 52 साल एवं भतीजा 3-दिगंबर साय पैंकरा उम्र 30 साल पहुंचकर बोले कि यह उनका जमीन है, क्यों जुताई कर रहे हो कहने पर रामनंदन साय पैंकरा बोला कि यह उसके भतीजी का जमीन है, उसी के कहने पर जुताई कर रहा हूं। तो वे सभी एक राय होकर हल मत चलाओ, हल चलाओगे तो तुम्हें जान से मार देंगें। ऐसा बोलने पर रामनंदन साय पैंकरा के द्वारा मारकर देखो बोलने पर शंकर पैंकरा और दिगंबर साय मिलकर रामनंदन साय पैंकरा को पकड़े और घनश्याम पैंकरा डंडा से मार रहा था। उसी समय भतीजी बीच-बचाव करने आई तो आरोपी शंकर पैंकरा ने भतीजी का गला को पकड़ लिया था और आरोपी घनश्याम पैंकरा डंडा से रामनंदन साय पैंकरा को पुनः मारने लगा, रामनंदन साय पैंकरा छुड़ाकर भाग रहा था। भागते समय घनश्याम पैंकरा हाथ में रखे डंडा से रामनंदन साय पैंकरा के सिर में प्राणघातक हमला कर गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या कर दिया। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 323, 34 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना के दौरान चौकी कोतबा पुलिस द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही कर उक्त आरोपियों को अभिरक्षा में लिया गया एवं आरोपी घनश्याम पैंकरा के कब्जे से घटना में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा को जप्त किया गया। आरोपीगण 1- घनश्याम साय पैंकरा उम्र 58 साल, 2- शंकर पैंकरा उम्र 52 साल एवं 3- दिगंबर साय पैंकरा उम्र 30 साल के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उन्हें दिनांक 13 नवंबर 2022 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपीगणों की गिरफ्तारी में सहायक उप निरीक्षक नारायण प्रसाद साहू, सहायक उप निरीक्षक जयनंदन मार्बल, प्रधान आरक्षक 275 राजनाथ भगत, आरक्षक 529 पुनीत साय पैंकरा, आरक्षक 578 अरूण का सराहनीय योगदान रहा।