किसी भी व्यक्ति को अपने कार्य की सिद्धि के लिए दूसरों के गुणों को देखने, समझने और उनका अनुकरण करने की आवश्यकता होती है – श्री हेमंत सराफ प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,रायपुर द्वारा आज विभिन्न स्थानों पर विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। कृष्णा पाब्लिक स्कूल में आयोजित विधिक जागरुकता शिविर में रायपुर जिले के कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री हेमंत सराफ उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यक्रम में परिवार न्यायालय से संबंधित विभिन्न कानूनी बिन्दुओं की बच्चों को जानकारी दी। उनके द्वारा वर्तमान परिवेश में अपनाई जाने वाली जीवनशैली को परिवार में आने वाले अलगाव का एक प्रमुख कारण बताया गया। उन्होंने बताया कि आज कल पति पत्नि में झगडों का प्रमुख कारण एक दूसरे के प्रति विश्वास की कमी तथा सम्मान न करने का है।

प्रधान न्यायाधीश श्री हेमंत सराफ ने कहा कि अब माता पिता का कर्तव्य बेटियों की शादी तक सीमित नही होना चाहिए, उनका लक्ष्य उन्हें शिक्षित कर आर्थिक रुप से सशक्त बनाने की दिशा में भी होना चाहिए। इसी तारत्मय में छत्तीसगढ कॉलेज के विधि संकाय में भी विधिक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संविधान के मौलिक कर्त्तव्यो, उपभोक्ता कानून तथा रोड सेफटी विषयों पर जानकारी से विधार्थीयों को अवगत कराया गया। इस अवसर पर न्यायाधीश श्रीमती विभा पाण्डेय, रजिस्ट्रार छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता प्रतितोष आयोग सुश्री उदय लक्ष्मी परमार, श्रीमती विनीता अग्रवाल  विभागाध्यक्ष विधी संकाय छत्तीसगढ कॉलेज तथा श्री एस.मढरिया मनोचिकित्सक ब्रेन तथा न्यूरो सर्जन प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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