कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सम्मेलन का जिला पंचायत जशपुर के सभागार में हुआ आयोजन: सम्मेलन में कृषि उत्पादों के वित्त, प्रौद्योगिकी और बाजार लिंकेज के संबंध में किसानों के समग्र विकास हेतु दी गई जानकारी
November 30, 2022कृषि क्षेत्र में विकास के बिना किसी भी जिले एवं राज्य का विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती- कलेक्टर डॉ.मित्तल
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
जशपुरनगर: पीएचडी चौंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री झारखंड चौप्टर की तत्वाधान में आज जिला पंचायत के सभागार में कृषि उत्पादों के वित्त, प्रौद्योगिकी और बाजार लिंकेज के संबंध में किसानों के समग्र विकास के लिए कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव, उद्योग, कृषि सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी, खाद्य प्रसंस्करण संगठन एवं 220 से अधिक किसान समनेलन में शामिल हुए। सीनियर रेजिडेंट डायरेक्टर,पीएचडी चौंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने श्री संतोष सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए आयोजन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
कलेक्टर डॉ. मित्तल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में विकास के बिना किसी भी जिले एवं राज्य का विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती। जिला प्रशासन कृषि क्षेत्र के विकास को लेकर कृतसंकल्पित है। जिला प्रशासन जल, जंगल एवं जमीन से जुड़े आम आदमी के विकास की दिशा में लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जिले में कृषि उत्पादों की अपार संभावनाएं हैं। यहां के किसान कम क्षमता में संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन इस चुनौती पर काम कर रहा है। कलेक्टर ने किसानों को खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के प्रति प्रोत्साहित किया और किसानों को इस सम्मेलन को एक अवसर के रूप में लेने का सुझाव दिया। उन्होंने किसानों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विकास और विकास की दिशा में और अधिक काम करने में पीएचडी चौंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की प्रशंसा की।
सीईओ जिला पंचायत श्री यादव ने किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए संस्थान के सुझावों की प्रसंशा की। उन्होंने किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रभावी उपाय के सम्बंध में जानकारी देते हुए किसानों को उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। जिसके अंतर्गत आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में जशपुर का दायरा शामिल है। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा किसानों को विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया।
डीआईसी श्री एमएस पैंकरा ने जिले में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के विकास में पीएमएफएमई और उद्योग विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। उप संचालक कृषि ने कहा कि कृषि विकास केंद्र सभी जिलों में मौजूद हैं और वे समय-समय पर किसानों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। श्री आरपी सिंह रतन डीन कृषि विश्वविद्यालय झारखंड ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के पोषण के लिए विभिन्न उपायों व बाजरा की खपत के लिए सुझाव दिया। इसी प्रकार श्री ईश्वर कुमा सलाहकार सिडबी पीएमयू, उद्योग निदेशालय, छत्तीसगढ़ ने सिडबी द्वारा किसानों और खाद्य प्रसंस्करण संगठनों को दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं पर विचार-विमर्श किया। श्री सुमित दुबे रेजिडेंट डायरेक्टर, पीएचडी चौंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।