जशपुर कलेक्टर ने यूनीसेफ और स्वास्थ्य विभाग की ली बैठक: प्रत्येक विकासखण्ड के दो स्वास्थ्य केन्द्र का चयन करने के दिए निर्देश
December 2, 2022प्रथम चरण में कुल 16 स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण पर किया जाएगा बेहतर कार्य
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
जशपुरनगर: कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में यूनीसेफ और स्वास्थ्य विभाग की बैठक लेकर जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए विस्तार से चर्चा किए। इस अवसर पर यूनीसेफ के डॉ. गजेन्द्र सिंह और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में संस्थागत् प्रसव को बढ़ावा देना जरूरी है। स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त मशीने और दूरस्थ अंचल के लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना जिला प्रशासन का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक विकासखण्ड के दो-दो स्वास्थ्य केन्द्रों का चिन्हांकन करके ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण पर बेहतर कार्य करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्रों में सबसे पहले गर्भवती माताओं का पंजीयन, बच्चों का टीकाकरण, स्वास्थ्य केन्द्र में आवश्यक मशीने और किस प्रकार सुविधा दी जा रही है इस पर विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लेना होगा। दूरस्थ अंचल क्षेत्र की महिलाओं को संस्थागत प्रसव करवाने के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों में किन-किन मूलभूत आवश्यकताओं की कमी है इस पर भी गहन समीक्षा करके उसका निराकरण किया जा रहा है।
यूनीसेफ के डॉ. गजेन्द्र सिंह ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को योगाभ्यास भी कराना बेहद जरूरी है। इसके लिए प्रशिक्षण देने की भी आावश्यकता है।
कलेक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के लिए विकासखण्डों के हाट-बाजारों में स्वास्थ्य कुटीर भी बनाया जा रहा है। ताकि डॉक्टरों को बरसात, धूप से राहत मिले और वे अपना बेहतर कार्य कर सके। उन्होंने बताया कि दिव्यांग बच्चों के लिए प्रमाण-पत्र और सामग्री देने के लिए प्रत्येक विकाखण्डों में समाज कल्याण विभाग द्वारा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आगामी दिनों में ऐसे बच्चे जो कान से सून नहीं पाते या जिनके आंख में परेशानी है उन बच्चों के लिए शिविर लगाकर श्रवण यंत्र और चस्मे का भी वितरण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के 16 स्वास्थ्य केन्द्र को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए कार्ययोजना तैयार किया जा रहा है। ताकि मरीजों को जरूरी और मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जा सके।