सड़कों की मरम्मत एवं निर्माण में हो रहा गुणवत्ताविहिन कार्य, कलेक्टर जशपुर को पण्डरीपानी भाजयुमों ने शिकायत कर ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की

October 30, 2021 Off By Samdarshi News

डामरीकृत सड़कों की मिट्टी से हो रही मरम्मत, नये निर्माण का स्तर भी घटिया

सागर जोशी, समदर्शी न्यूज़

जशपुर/फरसाबहार. आवागमन के एक मात्र माध्यम सड़क पर आधारित इस आदिवासी अंचल की सड़कों के निर्माण एवं मरम्मत में विभागीय अधिकारी एवं ठेकेदारों द्वारा मिलकर किये जा रहे भ्रष्टाचार से आम नागरिकों एवं जन प्रतिनिधियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। फरसाबहार विकास खण्ड के अन्तर्गत सड़कों के निर्माण एवं मरम्मत में की जा रही धांधली की शिकायत भाजयूमों पण्डरीपानी मण्डल द्वारा कलेक्टर जशपुर से कर कार्यवाही की मांग की जा रही है। कार्यवाही न होने पर आंदोलन की बात भी लिखी गई है। शिकायत देने गये प्रतिनिधि मण्डल में युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष गोपाल कश्यप, पण्डरीपानी मण्डल अध्यक्ष दीपक चौहान, प्रियांश भगत, गजानंद चक्रेश, सनोज पैंकरा, प्रकाश चौहान आदि सम्मिलित रहे।

भारतीय जनता युवा मोर्चा पण्डरीपानी के मण्डल अध्यक्ष दीपक चौहान ने तपकरा फरसाबहार, बागबहार स्टेट हाईवे की मरम्मत कार्य ठेकेदार द्वारा घटिया स्तर का किये जाने की शिकायत अनुविभागीय अधिकारी फरसाबहार के माध्यम से कलेक्टर जिला जशपुर को प्रेषित की है। दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि डामरीकृत सड़क की मरम्मत मिट्टी एवं बोल्डर डालकर की जा रही है तथा रोलर नही चलाया जा रहा है जिसके कारण धूल मिट्टी का गुबार उड़ रहा है और गिट्टी गड्ढ़ों से बाहर निकलकर बिखर रही है। आम जनता को दुर्घटना के साथ चोट लगने का खतरा बना हुआ है। सड़क की जांच कर ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की गई है अन्यथा आंदोलन किये जाने की सूचना दी गई है।

इसी प्रकार अनुविभागीय अधिकारी फरसाबहार के माध्यम से कलेक्टर को प्रेषित दुसरे शिकायत पत्र में फरसाबहार ब्लॉक के ग्राम कुल्हारबुड़ा से जोरण्डाझरिया तक निर्माणाधीन सड़क के निर्माण में भी गुणवत्ता का ख्याल नही रखा जा रहा है। इस मार्ग की पुलीया निर्माण में 12 घमेला गिट्टी, 6 घमेला बालू, के साथ 1 घमेला गुणवत्ताहीन सीमेंट मिलाकर किये जा रहे निर्माण कार्य के माध्यम से विभागीय अधिकारी एवं ठेकेदार मिलकर भारी भ्रष्टाचार कर रहे है। इस प्रकार के घटिया निर्माण से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा आपत्ति जताये जाने के बाद भी ठेकेदार द्वारा मनमानी की जा रही है। जिससे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं निवासी आक्रोशित है। इस संबंध में भी विभागीय अधिकारियों एवं ठेकेदार के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की मांग की गई है।