मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप एक रूपए प्रक्रिया शुल्क पर सीधे भवन अनुज्ञा को जिले में मिल रहा अच्छा प्रतिसाद, हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप शासन द्वारा बिना किसी कठिनाई के आम नागरिकों को व्यवहारिक, सरल एवं पारदर्शी तौर पर सीधे लाभ पहुंचाने के लिए सरलीकृत ऑनलाइन प्रक्रिया अंतर्गत बिल्डिंग परमिशन मैनेजमेंट सिस्टम सर्वर पर 5000 वर्गफुट तक आवासीय भवनों में मात्र एक रूपए प्रक्रिया शुल्क पर डायरेक्ट भवन अनुज्ञा जारी की जा रही है। शासन की इस योजना को जिले में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। सरलीकृत ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत अब तक नगर निगम द्वारा 606 आवेदकों को योजना का शत-प्रतिशत लाभ पहुँचाया गया है।
इस योजना अंतर्गत नगर निगम के माध्यम से पंजीकृत आर्किटेक्ट तथा इंजीनियर के माध्यम से भू स्वामी द्वारा आवेदन अपलोड करने पर सिस्टम द्वारा स्वत: ही परीक्षण उपरांत भूमि विकास नियम एवं एवं भू सम्बन्धी नियम संबंधी स्वचालित ले-आउट प्लान स्क्रीनिंग उपरांत प्रक्रिया शुल्क अदा करने पर सीधे नियमानुसार सशर्त भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र जारी हो जाता है। जिससे हितग्राही को कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे प्रकरणों में स्थल निरीक्षण किया जाता है। जिनमें दस्तावेज एवं आवेदक द्वारा दी गयी जानकारी में असमानता होती है। विकास अनुज्ञा स्वीकृत होने उपरांत कर्मकार शुल्क एवं निगम अन्य शुल्क जिनमें अनुज्ञा, नगर सुधार, जल कर, रेन वाटर एवं विकास शुल्क ऑनलाइन जमा करने उपरांत अंतिम रूप से भवन अनुज्ञा की मंजूरी दी जाती है।
योजना के क्रियान्वयन के संबंध में नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि इस प्रक्रिया से आम नागरिकों को निगम कार्यालय के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होगी। स्थल निरीक्षण एवं शुल्क अदायगी में लगने वाले समय की बचत के चलते भवन अनुज्ञा में लगने वाले 30 दिवस का समय कम होकर त्वरित ही आवेदक को फायदा हो रहा है। सरल एवं पारदर्शी भवन अनुज्ञा का लाभ आवेदक को घर बैठे ही प्राप्त हो रहा है। जिससे आम नागरिकों में संतोष व्याप्त है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा अब तक 606 आवेदकों को योजना के तहत एक रूपए प्रक्रिया शुल्क पर सीधे भवन अनुज्ञा जारी किया गया है।
डायरेक्ट भवन अनुज्ञा योजना के हितग्राही श्री जेठानंद मंगवानी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि खंडेलवाल कालोनी में मकान बनाने आवेदन करते ही एक रूपए शुल्क जमा कर भवन अनुज्ञा प्राप्त हो गया। जिसके चलते तत्काल बैंक से होम लोन की प्रक्रिया पूरी हुई और मैंने निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया। आज मेरा भवन छज्जा लेवल तक पूर्ण हो चुका है। मात्र 2 महीने में इस स्तर तक कार्य पहुँच गया। इसी प्रकार श्रीमती आशा सारथी ने बताया कि कौरिनभाठा सांई दर्शन कालोनी में मकान बनाने एक रूपए शुल्क में भवन अनुज्ञा के लिये आवेदन प्रस्तुत गया था। आवेदन करते ही अनुज्ञा प्राप्त हुई। जिससे मकान निर्माण प्रारंभ किया। मकान छज्जा लेबल तक पूर्ण हो चुका है। उन्होंने बताया कि जहां पर पूर्व की प्रक्रिया में केवल अनुज्ञा लेने में ही 2 महीने से अधिक समय लग जाता था। वो अब 2 माह में आधा मकान बन गया, जिससे हमारे समय और राशि दोनों की बचत हुई। उन्होंने कहा कि हमारा यह भवन निर्माण बिना किसी शासकीय प्रक्रिया के अवरोध के प्रगति पर है। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित किया।