धर्मप्रांत मुख्यालय कुनकुरी में रोजरी की महारानी महागिरजा में येशु जन्म का पर्व मना धूमधाम से, धर्माध्यक्ष ने सम्पन्न कराया कार्यक्रम, दिया विश्व शांती का संदेश

Advertisements
Advertisements

नर्तक दल अगुवाई में नवजात प्रभु ईसा मसीह को महागिरजा परिसर में बनाई गई विशेष चरनी में लाया गया

पवित्र जल से चरनी की आशिष धूप दर्शन के साथ सम्पन्न कराई गई

बालक येसू के चुमावन का विधान सम्पन्न कराया गया

समारोह में हजारो की संख्या में मसीह धर्मावलम्बी श्रद्धालु पड़ोसी राज्यो सहित प्रदेश के विभिन्न भागों से भारी संख्या में सम्मिलित हुए

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, कुनकुरी/जशपुर (सागर जोशी)

कुनकुरी. अंचल में क्रिसमस का महापर्व मसीह धर्मावलम्बियों द्वारा धूमधाम से मनाया गया। लगभग एक माह पूर्व से लोग गिरजाघरों की साफ सफाई साज सज्जा के साथ तैयारियां कर रहे थे इस पर्व का विशेष आकर्षण रहने वाली प्रभु ईशा मसीह के जन्म स्थल के रूप में जाने जाने वाली चरनी सभी गिरजाघरो में विशेष रूप से बनाई गई थी जहां श्रद्धालु आस्थापूर्वक विशेष प्रार्थना करते है। शांती, मेल मिलाप एवं भाई चारा के प्रतीक येशु जन्म के इस महापर्व पर विशेष प्रार्थना करने के साथ लोगों ने एक दूसरे को येशु जन्म की बधाई दी।

इस अवसर पर जशपुर धर्मप्रांत के विशप एम्मानुएल केरकेट्टा डीडी ने अपने प्रवचन में ईसा मसीह के इस संसार में आने के उद्देश्य से अवगत कराते हुए पुरे विश्व में अमन चैन, शांती एवं भाईचारा के लिये बताते हुए उनके द्वारा मानव मुल्यो की स्थापना के लिये अपना बलीदान तक करने का उल्लेख किया। उन्होने आज के परिवेश में इस सिद्धांत से हटकर मानव के मानव का की शत्रु हो जाने पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि इसके कारण विश्व के अनेक भागों में हिंसा का वातावरण निर्मित हो रहा है। इस हिंसा से प्रभावितों के कल्याण के लिये विशेष रूप से प्रार्थना की गई। क्रिसमस पर्व की सार्थकता मानव मुल्यो की स्थापना के साथ जीवन व्यतित करने पर ही सिद्ध होगी।

ईसा मसीह के जन्म के अवसर पर मनाये जाने वाला मसीह धर्मावलम्बियों के सबसे बड़े पर्व क्रिसमस का प्रमुख आयोजन जशपुर धर्मप्रान्त के मुख्यालय कुनकुरी स्थित एशिया के दूसरे सबसे बड़े गिरजाघर के रूप में प्रसिद्ध रोजरी की महारानी महागिरजा में 24 दिसम्बर शनिवार की रात्री लगभग दस बजे से प्रारंभ हुआ। दस बजे तक पाप स्वीकार अनुष्ठान के सम्पन्न होने के उपरांत मुख्य अनुष्ठाता एवं सहयोगियों द्वारा परिधान एवं धार्मिक चिन्ह धारण कर पवित्र जल से चरनी की आशिष धूप दर्शन के साथ सम्पन्न कराई गई जिसके उपरांत नर्तक दल अगुवाई में नवजात प्रभु ईसा मसीह को महागिरजा परिसर में बनाई गई विशेष चरनी में लाया गया एवं आशिष प्रदान करने का विधान सम्पन्न किया गया। वेदी पर स्थान ग्रहण कर मुख्य अनुष्ठाता एवं दोनो सहयोगियों द्वारा क्रिसमस पर्व के महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान पवित्र मिस्सा प्रारंभ किया गया। ईसा मसीह के जन्मोत्सव पर आयोजित समस्त धार्मिक कार्यक्रम मुख्य अनुष्ठाता जशपुर काथलिक धर्मप्रांत के विशप स्वामी एम्मानुएल केरकेट्टा डीडी द्वारा सम्पन्न कराये गये जिसमें फादर वीजी मुक्ति प्रकाश मिंज एवं रेक्टर फादर मरियानुस केरकेट्टा उनके सहायक रहे।

बाईबल से पहला पाठ काथलिक सभा के सदस्य एवं दुसरा पाठ महिला संघ के सदस्य द्वारा पढ़ा गया। सुसमाचार का पठन रेक्टर फादर मरियानुस केरकेट्टा द्वारा किया गया। परम प्रसाद वितरण के उपरांत बालक येसू के चुमावन का विधान सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम के अन्तर्गत धार्मिक गीतों की प्रस्तुति पल्ली पूजन समिति एवं पल्ली युवा संघ के द्वारा दी गई। प्रवेश नाच डिपाटोली पचोरा द्वारा निवेदन हॉली स्पीरिट की धर्मबहनों द्वारा तथा बाईबल जुलूस संत अन्ना नोविस बहनों द्वारा सम्पन्न कराया गया। आभार प्रदर्शन के साथ आयोजन का समापन किया गया। येशु जन्म के इस समारोह में महागिरजाघर का परिसर श्रद्धालु दर्शनार्थियों एवं भक्तों से खचाखच भरा हुआ था।

इस समारोह में हजारो की संख्या में मसीह धर्मावलम्बी श्रद्धालु पड़ोसी राज्यो सहित प्रदेश के विभिन्न भागों से भारी संख्या में सम्मिलित हुए. 25 दिसम्बर की प्रातः सात बजे सुबह की मिस्सा पूजा महागिरजाघर में ही सम्पन्न कराई गई जिसमें रात्री के आयोजन के समय घरो में रहे लोग भी सम्मिलित हुए. कुनकुरी क्षेत्र के सभी पल्लियों के अन्तर्गत आने वाले गिरजाघरों में भी ईसा मसीह के जन्म से संबंधित कार्यक्रम एवं धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न कराये गये. अंचल की पल्ली फरसाकानी, जुमईकेला, जोकबहला, रामसमा, जामचुवां, बेलटोली, खरवाटोली, गिनाबहार आदि में भी येशू जन्म का क्रिसमस पर्व धूम धाम से मनाया गया.

महागिरजा परिसर मे बनी आकर्षक झांकियां

जशपुर धर्मप्रांत मुख्यालय कुनकुरी स्थित रोजरी की महारानी महागिरजाघर को येशु जन्म के अवसर पर आयोजित समारोह के लिये विशेष रूप से सजाया गया था. मार्ग के दोनो ओर आकर्षक झालर एवं बल्बों द्वारा प्रकाश की व्यवस्था की गई थी ईसा मसीह से संबंधित प्रतीक चिन्हों को भी आकर्षक रंग बिरंगी लाईट के द्वारा प्रदर्शित किया गया था. येशु जन्म स्थल चरनी की विशेष रूप से सजावट की गई थी.

Advertisements
Advertisements

One thought on “धर्मप्रांत मुख्यालय कुनकुरी में रोजरी की महारानी महागिरजा में येशु जन्म का पर्व मना धूमधाम से, धर्माध्यक्ष ने सम्पन्न कराया कार्यक्रम, दिया विश्व शांती का संदेश

Comments are closed.

error: Content is protected !!