धान खरीदी केन्द्र नागपुर के प्रभारी को कारण बताओ नोटिस : कलेक्टर श्री ध्रुव ने औचक निरीक्षण में धान तौलाई में गड़बड़ी का मामला पकड़ में आने पर की कार्रवाई
December 25, 2022समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के कलेक्टर पी.एस. ध्रुव ने जिले में समर्थन मूल्य पर की जा रही धान खरीदी की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए 23 दिसंबर शुक्रवार को धान खरीदी केन्द्र नागपुर पहुंचे। वहां किसानों से खरीदी गए धान के बोरों की रैण्डम तौलाई के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आने पर कलेक्टर ने प्रभारी श्री राकेश कुमार को न सिर्फ फटकार लगायी बल्कि उसे कारण बताओ नोटिस भी जारी करने के निर्देश दिए। खरीदी केन्द्र में तौलाई के बोरों में निर्धारित वजन से ज्यादा मात्रा पायी गई। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी श्री संजय ठाकुर को जिले के सभी धान केन्द्रों में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखने के भी निर्देश दिए और उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी हरगिज बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने इस मौके पर किसानों से भुगतान के संबंध में भी जानकारी ली। धान उर्पाजन केन्द्र नागपुर में धान बेचने के लिए कुल 569 किसानों ने पंजीयन कराया है, जिसमें से 319 किसानों से अब तक 14 हजार 250 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है, जिसके एवज में किसानों को एक करोड़ 56 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। कलेक्टर श्री ध्रुव ने इसके पश्चात् धान खरीदी केन्द्र बरबसपुर का जायजा लिया। केन्द्र प्रभारी श्री चन्द्रप्रकाश साहू को किसानों की धान की तौलाई में मात्रा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि निर्धारित मात्रा एवं नमी का ध्यान रखकर ही किसानों से धान खरीदी की जानी चाहिए। बरबसपुर केन्द्र में पंजीकृत 853 किसानों में से अब तक 432 किसानों से कुल 18 हजार 362 क्विंटल धान की खरीदी की गई और 36.72 करोड़ का भुगतान किसानों के खाते में किया जा चुका है।
गौरतलब है कि मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में समर्थन मूल्य पर धान उर्पाजन के लिए कुल 23 केन्द्र बनाये गए है। इन केन्द्रों में 23 दिसंबर तक 3.82 लाख क्विंटल धान का उर्पाजन समर्थन मूल्य पर किया जा चुका है, जिसमें से 2.65 लाख क्विंटल धान का उठाव कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स द्वारा किया जा चुका है, जो कि उर्पाजित धान की मात्रा का लगभग 70 प्रतिशत है। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी को उर्पाजन केन्द्रों में धान की शेष मात्रा का उठाव तेजी से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।