प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना के क्लेम से वंचित पति पहुंचा जनदर्शन, वार्ड क्रमांक 58 में स्ट्रीट लाईट पर लगी बल्ब अपनी डिम रोशनी की वजह से नहीं बन पा रही है पथ प्रदर्शक, जनदर्शन में 83 आवेदन प्राप्त हुए

प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना के क्लेम से वंचित पति पहुंचा जनदर्शन, वार्ड क्रमांक 58 में स्ट्रीट लाईट पर लगी बल्ब अपनी डिम रोशनी की वजह से नहीं बन पा रही है पथ प्रदर्शक, जनदर्शन में 83 आवेदन प्राप्त हुए

January 10, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, दुर्ग

अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना की पॉलिसी का क्लेम लेने के लिए लगातार बैंक का चक्कर लगाने की शिकायत पति ने की। जिसके निदान के लिये वह आज जनदर्शन में अपना आवेदन देकर आया था। उसने बताया कि आईडीबीआई बैंक के पोलसाय पारा दुर्ग में उसके पत्नी के नाम पर प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना के अंतर्गत बीमा कराया गया था। जिसके प्रीमियम की राशि निश्चित अवधि में उनके द्वारा पटाई जा रही थी। आवेदक ने बताया कि जुलाई 2021 में उसकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया। जिसके पश्चात सभी वांछित दस्तावेजों के साथ उसके द्वारा बैंक में क्लेम किया गया। परन्तु आज भी उसे मृत्यु दावा राशि प्राप्त नहीं हुईं है। बैंक से कारण पूछने पर कोई उचित जवाब भी नहीं दिया जाता है। इसलिये आवेदक का आग्रह है कि उसे उसकी हक की राशि जितनी जल्दी हो सके दिला दी जाये। कलेक्टर ने आवेदन लीड बैंक मैनेजर को प्रेषित किया।

स्ट्रीट लाइट लगने के बाद भी श्री साईं नगर के वार्ड क्रमांक 58 के स्ट्रीट क्रमांक 6 में अंधेरा पसरा हुआ है। वार्ड का एक निवासी आज कलेक्टर जनदर्शन में अपनी इसी समस्या को लेकर पहुंचा था। आवेदक के कथनानुसार उसके घर के सामने बहुत ही ज्यादा घना अंधेरा फैला रहता था। जिसके चलते कोई अनहोनी घटित ना हो इसके लिए उसने मई 2022 में स्ट्रीट पोल में लाइट लाइट लगवाने के लिए आवेदन दिया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए दिसंबर 2022 में स्ट्रीट लाइट लगाई थी गई थी परंतु जनवरी में ही स्ट्रीट लाइट की रोशनी गायब सी हो गई। इसकी रोशनी इतनी डिम है कि लाइट के होने और ना होने का कोई औचित्य ही नहीं है। जिसकी सूचना संबंधित नगर निगम के पास कराई भी गई है, परंतु अभी तक कोई भी उचित कार्यवाही नहीं की गई है। इसलिए आवेदक का निवेदन था कि शीघ्र से घर के समीप स्थित स्ट्रीट लाइट में नई अच्छी रोशनी वाली बल्ब लगाई जाए। आवेदन को नगर निगम दुर्ग के संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया गया। जनदर्शन में 83 आवेदन प्राप्त हुए।