अपने गांव के स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, आश्रम-छात्रावास का भी निरीक्षण करके भोजन की गुणवत्ता, नियमित शिक्षक, आंगनबाड़ी, कार्यकर्ता की उपस्थिति की भी जानकारी रखने के निर्देश दिए
जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव ने बताया कि अब प्रत्येक गांव में ग्रामीण सचिवालय लगाया जाएगा
लोगों की बिजली, पानी, राशनकार्ड, आय, जाति, निवास, आयुष्मान कार्ड, जाब कार्ड और हर छोटी-मोटी समस्याओं का समाधान ग्रामीण सचिवालय में ही कर दिया जाएगा
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज फरसाबहार विकासखंड के सामुदायिक भवन में सभी सरपंच और सचिव की बैठक लेकर उनके सुझाव और समस्याओं की जानकारी ली। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री जितेन्द्र यादव, एसडीएम फरसाबहार मोहम्मद शबाब खान, जनपद सीईओ और 52 गांव के सरपंच और सचिव उपस्थित थे।
कलेक्टर ने सभी सरपंच को अपने गांव को कुपोषण से मुक्त करने के लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए कहा हैं। उन्होंने कहा कि अपने गांव के ग्राम पंचायत को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए बेहतर प्रयास करें। आंगनबाड़ी, स्कूल का नियमित निगरानी बनाकर भोजन की गुणवत्ता शैक्षणिक गतिविधियों मूलभूत सुविधाओं की जानकारी लेकर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि गांव की छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करें।
कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से दूर करने पालकों से मिलकर उनको जागरूक करें? आंगनबाड़ी, स्कूल और स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण करके लोगों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षिका, आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता समय पर उपस्थित रहते है या नहीं, कुपोषित बच्चों को पोष्टिक आहार, गर्म भोजन वितरण आदि की जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं साथ ही आश्रम छात्रावास का भी निरीक्षण करके सुविधाओं की जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर अपने गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन करते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लेने के लिए कहा और संस्थागत प्रसव में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं साथ ही एनीमिक महिलाओं को नियमित दवाई सेवन करने और पौष्टिक आहार लेने के जागरूक करने के लिए कहा।
जिला पंचायत सीईओ श्री जितेन्द्र यादव ने सरपंच-सचिवों को ग्रामीण सचिवालय के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक गांव में ग्रामीण सविवालय लगाने के लिए एक दिन निर्धारित किया जाएगा। जहां 18 विभाग के अधिकारीगण उपस्थित होकर लोगों की बिजली, पानी राशनकार्ड, जाब कार्ड, आयुष्मान कार्ड, आय, जाति, निवास प्रमाण सहित अन्य समस्याओं का सामाधान स्थानीय स्तर पर ही किया जाएगा। ताकि लोगो को जिला मुख्यालय तक आने की आवश्यकता न पड़े। उन्होंने बताया ग्रामीण सचिवालय में पटवारियों, ग्रामीण विस्तार अधिकारी आंगनबाड़ी के सेक्टर सुपरवाइजर, सहकारिता विभाग विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, विकासखंड अधिकारी सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित होकर लोगों की हर छोटी से छोटी समस्याओं का समाधान करेंगे। उन्होंने ग्राम सचिवालय में अनुपस्थित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सचिवालय में गांव के सरपंच और सचिव की भी विशेष जिम्मेदारी रहेगी।