प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की दो दिनी बैठक अंबिकापुर में : प्रदेश कार्यसमिति के द्वितीय सत्र मे प्रस्तुत हुआ सामाजिक-आर्थिक संकल्प का प्रस्ताव

प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की दो दिनी बैठक अंबिकापुर में : प्रदेश कार्यसमिति के द्वितीय सत्र मे प्रस्तुत हुआ सामाजिक-आर्थिक संकल्प का प्रस्ताव

January 20, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

अम्बिकापुर : भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति के पहले दिन के उत्तरार्ध में पहली बार सामाजिक-आर्थिक संकल्प का प्रस्ताव, काम किया है- काम करेंगे, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने रखा । उन्होंने प्रस्ताव में कहा कि सभी को न्याय, भेदभाव किसी से नहीं, यही भारतीय जनता पार्टी के मार्गदर्शक सिद्धांत है, और अपने इसी सिद्धांत के तहत भाजपा लगातार काम करती रही है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण के बाद प्रदेश में पहली बार निर्वाचित भाजपा सरकार ने भी लगातार 15 वर्ष तक इसी सिद्धांत के आधार पर कार्य किया। भाजपा की प्राथमिकता में कृषि और कृषक कल्याण, गरीब कल्याण, आदिवासी समाज का विकास और भारत का विकास हमेशा रहा है। प्रस्ताव का समर्थन बिलासपुर संभाग प्रभारी किरण देव ने किया।

इसी सत्र में डाटा मैनेजमेंट पर भाजपा प्रवक्ता दीपक महस्के, मोदी जी के मन की बात विषय पर जगदीश  रामू रोहरा व समर्पण दिवस पर प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदन जैन ने वृत रखा।

भारतीय जनता पार्टी, छत्तीसगढ़ प्रदेश कार्यसमिति बैठक 20-21 जनवरी 2023 अंबिकापुर

राजनीतिक प्रस्ताव

यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ऐतिहासिक और कुशल नेतृत्व में आज हिन्दुस्तान का विश्व भर में यशोगान हो रहा है। दुनिया आज अपनी अधिकांश समस्याओं के समाधान के लिए न केवल भारत की तरफ टकटकी लगाए देख रही है, अपितु अधिकतर विषयों में विश्व का नेतृत्व भी आज भारत कर रहा है। बात चाहे जी-20 की अध्यक्षता का हो, या फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, शंघाई सहयोग संगठन आदि की अध्यक्षता ग्रहण करने का, या फिर रूस युक्रेन युद्ध जैसी विषम परिस्थिति में युद्ध के विरुद्ध सशक्त संदेश देने का हो, मोदी जी के चमत्कारिक नेतृत्व में भारत आज निस्संदेह पुनः विश्वगुरु बनने की तरफ अग्रसर है।

सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी भाजपा : मां भारती के पुरा वैभव को पुनर्स्थापित करने, राष्ट्र को समृद्धि के चरम उत्कर्ष तक ले जाने के इस यज्ञ में भारतवर्ष की जनता भी अपने नायक के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। पार्टी को चतुर्दिक ऐतिहासिक समर्थन मिल रहा है। गुजरात में पिछले सभी कीर्तिमानों से भी आगे बढ़ कर भारतीय जनता पार्टी लगातार 7वीं बार अभूतपूर्व बहुमत से सरकार में सफल रही है, विपक्षी कांग्रेस को वहां के विधानसभा में जनता ने मुख्य विपक्ष के रूप में मान्यता लायक भी नहीं रहने दिया। पिछले चुनाव की तुलना में गुजरात के अनुसूचित क्षेत्रों में भाजपा की दुगनी से अधिक बढ़त ने यह साबित किया है कि आज भाजपा के सर्व स्पर्शी और सर्व समावेशी राजनीति को समाज के हर वर्ग में एक समान समर्थन मिल रहा है।

स्वर्णिम उपलब्धियां : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की अगुआई में भारतीय जनता पार्टी ने भरोसेमंद

नेतृत्व, अन्त्योदय की अपनी विचारधारा, गरीब कल्याण के प्रति निष्ठा और राष्ट्र के प्रति समर्पण के कारण ऐतिहासिक समर्थन प्राप्त की है। बात चाहे देश में रिकॉर्ड समय में 220 करोड़ कोविड टीके लगाने, या 80 करोड़ से अधिक नागरिक तक लगातार निशुल्क चावल / गेहूं और चना आदि पहुचाने की, करोड़ों लोगों के लिए पक्के आवास बनाने या 6.20 करोड़ घरों तक नल से स्वच्छ जल पहुचाने की 40 करोड़ से अधिक जन धन खाता खोलने और उसके माध्यम से 23 लाख करोड़ से अधिक रकम सीधे जनता के खाते में भेजने की, देश के हर गांव तक बिजली ले जाने की हो या सड़कों का जाल बिछाने की… मोदी जी की सरकार अपने मूलमंत्र के अनुरूप सबको साथ लेकर, सबका विकास करते हुए, सबके प्रयास से, सबका विश्वास पाने में सफल रही है।

प्रदेश की भ्रष्ट कांग्रेस सरकार एक तरफ जहां मोदी जी की सरकार नित नया इतिहास रच रही है, वहीं छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार विफलताओं और विश्वासघातों का काला अध्याय गढ़ रही है। अपने भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ को शर्मसार किया है। रोज सामने आते घोटाले, जांच एजेंसियों के छापे, लूट और घपले की मिलती रकम से देश भर में प्रदेश की छवि को गंभीर नुकसान पहुचा है। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब मुख्यमंत्री की करीबी उपसचिव, आइएएस समेत उनके अत्यधिक करीबी लोग लम्बे समय से जनता की गाढ़ी कमाई लूटने के आरोप में जेल में हैं, और यह क्रम जारी है। कोयला में प्रति टन वसूली, आयरन पैलेट्स, सिमेंट, रेत आदि में उगाही किया जा रहा है। महादेव ऐप के माध्यम से अरबों की उगाही की जा रही है, इसके तार भी शासन के शीर्ष से जुड़े हुए हैं। नान मामले में जिस तरह की साज़िशों का खुलासा हुआ है, जिस तरह मुख्यमंत्री निवास आज हर तरह के षड्यंत्र का केंद्र बना हुआ है, उसकी जितनी निंदा की जाय कम है। जहां केंद्र सरकार निःशुल्क चावल चना आदि दे रही है, वहीं उसमें भी 5 हजार करोड़ से अधिक का ग़बन केवल ग़रीबों के चावल में कांग्रेस ने कर लिया है।

लगातार ऐसे होते खुलासे और अपनी विफलता से ध्यान हटाने कांग्रेस सरकार अब रोज नया-नया प्रपंच रच रही है। प्रदेश भर में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से लेकर आम कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न जारी है। इससे पहले भी लोकतंत्रिक विरोधों को कुचलने के लिए प्रदेश में कांग्रेस ने एक काला कानुन लाया था। रासुका जैसे कानुन लागू करना भी शासन की इसी मंशा का द्योतक है। भाजपा कार्यकर्ताओं के विरुद्ध अकारण जिला बदर आदि की कारवाई भी निंदनीय है। भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं पर शारीरिक, चारित्रिक, आर्थिक हमलों का काला दौर जारी है।

तुष्टीकरण, धर्मांतरण को प्रश्रय: कांग्रेस की सरकार में सनातन विरोधी सांप्रदायिक तत्वों ने प्रदेश को अपना चारागाह बना लिया है। भय और झांसे से प्रदेश के विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में मिशनरियां लोगों को मतांतरित करते हुए जन-जीवन और उनकी समृद्ध संस्कृति को नुकसान पहुचा रही है। कांग्रेस सरकार की शह पा कर ऐसे तत्व अब खुले आम हिंसक गतिविधियों पर उतारू हो गये हैं। हाल के नारायणपुर की घटना से लेकर कवर्धा और रायपुर, अम्बिकापुर आदि में मिशनरियों, जेहादियों, रोहिंग्याओं आदि की गतिविधियां कांग्रेस की शह पर ही चल रही हैं।

आरक्षण विरोधी कांग्रेस : कांग्रेस की राजनीतिक प्रकृति हमेशा से आरक्षण विरोधी रही है। उसने इस नाम पर केवल समाज को लड़ाने का काम किया लेकिन कभी भी सही अर्थों में आरक्षण के प्रति ईमानदार नहीं रही है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने अपने परंपरागत आरक्षण विरोधी मंसूबे का परिचय देते हुए वह एक तरफ आरक्षण की डींगें हांकती है जबकि दूसरी तरफ आरक्षण का कोर्ट में विरोध करने वालों को संसाधन और पद आदि देकर पुरस्कृत करती है। सीधे तौर पर इसका अर्थ है कि कांग्रेस इस विषय को उलझाए रखना चाहती है, जान बूझ कर कोर्ट में मुकदमें कराती है और हारती है ताकि प्रदेश के दबे-कुचले समाजों को उसका अधिकार नहीं मिले। कांग्रेस की ऐसे कृत्यों से ही आज छत्तीसगढ़ में शून्य आरक्षण की स्थिति है। प्रदेश में भर्तियां बंद हैं। युवाओं के भविष्य से जुड़े ऐसे विषय से खिलवाड़ करने से बाज आने की चेतावनी देते हुए प्रदेश की यह कार्यसमिति छत्तीसगढ़ के युवाओं को आश्वस्त करना चाहती है कि कांग्रेस द्वारा पैदा किये गए तमाम अवरोधों के बावजूद भाजपा उनका अधिकार दिला कर रहेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने छत्तीसगढ़ के 12 जातियों को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल किया है। इसके लिए यह कार्यसमिति मोदी जी का आभार व्यक्त करती है।

किसानों से छल करती कांग्रेस सरकार : इस सीजन में ही छत्तीसगढ़ के किसानों का 1 करोड़ मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदने के लिए यह कार्यसमिति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का अभिनंदन करती है। पिछले सत्रों में केंद्र की भाजपा सरकार ने इस मद में 51 हजार 563 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्रदेश को देकर किसानों को समृद्ध किया है। तथ्य यह है कि उपार्जित धान पर चावल की खरीद केंद्र सरकार करती है, प्रदेश सरकार का इसमें कोई आर्थिक योगदान नहीं होता। बावजूद इसके किसानों के मुद्दे पर लगातार झूठ बोलने के लिए यह कार्यसमिति भूपेश बघेल सरकार का निंदा करती है। दुखद यह है कि कर्ज, रकबा कटौती एवं धान नहीं बेच पाने आदि के कारण प्रदेश में 800 से अधिक किसान आत्महत्या को विवश हुए हैं। कांग्रेस वर्मी कम्पोस्ट की नाम पर भी घोटाला कर रही है।

विश्वासघात और विफलता: कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में 36 बड़े वादे किए थे। उसने जनता को भरोसा दिलाया था कि वह सारे वादे पूरे करेगी। लेकिन सत्ता में आने पर कांग्रेस सरकार लगभग सभी वादों से मुकर गयी, या पूरा नहीं की। किसानों के दो वर्ष के बकाये बोनस का भुगतान नहीं किया। मंडी टैक्स ख़त्म करने का वादा था, जबकि इसके उलट टैक्स डेढ़ सौ प्रतिशत बढाया। शराबबंदी की घोषणा कर उसके विपरीत शराब की होम डिलीवरी शुरू की। सबसे अधिक शराब खपत का रिकॉर्ड कांग्रेस शासन में बना है। बिजली बिल हाफ करने का झांसा देकर लगातार मूल्य बढ़ाया। युवाओं को रोजगार और बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया। स्व सहायता समूहों से जुड़ी 22 हजार से अधिक महिलाओं का रोजगार छीन कर एक निजी कम्पनी को दे दिया।

प्रदेश में शिक्षक अभ्यर्थी, विद्या मितान, पुलिस अभ्यर्थी, बिजली कर्मचारी, कोरोना वारियर्स आदि सभी अपनी मांगों को लेकर आंदोलित हैं। 20 हजार से अधिक छतीसगढ़ियों ने, जिनमें अधिकांश युवा थे, नैराश्य में आत्महत्या कर ली। पिछले तीन वर्ष में छत्तीसगढ़ में 25 हज़ार से अधिक आदिवासी बच्चों की चिकित्सा और पोषण के अभाव में हुई अकाल मृत्यु के लिए भी कांग्रेस सीधे तौर पर जिम्मेदार है। कांग्रेस सरकार ने ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के माध्यम से प्रदेश में बनने वाले 16 लाख से अधिक गरीबों का आशियाना छीनने का काम किया है। 24 लाख से अधिक घरों को मोदी जी की नल जल योजना से वंचित रखा गया है। पिछले 4 साल में यहां दुष्कर्म के 6000 से अधिक मामले दर्ज किये गए हैं। 4000 से ज्यादा नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं। हाल की एक प्रतिष्ठित पत्रिका के सर्वे के अनुसार लगभग हर पैरामीटर पर बीस राज्यों में से सोलहवें स्थान पर आया है छत्तीसगढ़ । कांग्रेस के कुशासन का इस तरह खामियाजा प्रदेश को भुगतना पड़ रहा है।

आहवान : भाजपा की यह कार्यसमिति जनता का आह्वान करती है कि गंगाजल हाथ में लेकर जन घोषणा पत्र जारी कर सत्ता में आने पर छत्तीसगढ़ की जनता से किए 36 में से एक भी वादे को ढंग से पूरा करने में विफल रही धोखेबाज कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेकें । प्रदेश विरोधी कांग्रेस के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ते हुए छत्तीसगढ़ को कांग्रेस मुक्त कराने का आह्वान यह कार्यसमिति भाजपा कार्यकर्ताओं से करती है।