महिला सुरक्षा से सम्बंधित सभी विभागों के साथ समन्वयन स्थापित  करनें के उद्देश्य से जेंडर विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला ‘महिला हिंसा के विरुद्ध लैंगिक संवेदनशील दृष्टिकोण’ का हुआ आयोजन

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

चैतन्य संस्था द्वारा न्यू सर्किट हाउस, सिविल लाइन रायपुर में जेंडर विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला “महिला हिंसा के विरुद्ध लैंगिक संवेदनशील दृष्टिकोणका आयोजन पुलिस विभागएवंराष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग सेकिया गया.

चैतन्य संस्था की कार्यकारी निदेशक सुश्री कल्पना पन्त द्वारा प्रस्ताविक किया गया | कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिला सुरक्षा से सम्बंधित सभी विभागों के साथसमन्वयन स्थापित  करना है जिससे बिहान राज्य आजिविका मिशन से जुडी हुयी महिलाओं को अपने और हक़ अधिकार के बारे में जानकारी हो और वह अधिक सुरक्षित महसूस करें |

पुलिस उप महानिरीक्षक श्रीमती मिलना कुर्रे ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महिला हिंसा के विरुद्ध चल रहे पुलिस  विभाग के विभिन्न कार्यक्रमोंसे अवगत कराया.

दिल्ली से मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामीण विकास मंत्रालय से श्रीमती उषारानी द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित लैंगिक समानता सम्बंधित गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदाय की गयी|

गाँव स्तर पर जेंडर भेदभाव को समझने के लिए सोशल एक्शन समिति,जेंडर रिसोर्स सेंटर, जेंडर फोरम इत्यादि संस्थाओं की संरचना के द्वारा जेंडर भेदभाव को कैसे देश भर में कम करने का प्रयास किया जा रहा है यह बताया गया|

पुलिस सहायक महानिरीक्षक श्रीमती पूजा अग्रवाल के द्वारा जिलों में स्थापित महिला परामर्श केंद्र, अभिव्यक्ति मोबाइल एप्प, महिला हेल्प डेस्क और थाना में स्थापित महिला सेल के बारे में जानकारी दी गयी | पुलिस विभाग के सक्रिय सहभाग से कैसे छत्तीसगढ़ की महिलाएं पुलिसको अपना मित्र समझ कर अपनी समस्याखुलकर रख सकती हैं इस विषय पर सभी जिले के पुलिस अधिकारियों ने अपनी बात रखी.

राज्य स्तर से सुश्री एलिस लकड़ा चीफ ऑपरेटर ऑफिसरबिहान  छत्तीसगढ़ राज्य कार्यालय आजीविका मिशन के द्वारा राज्य में संचालित जेंडर इंटीग्रेशन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने महिला बाल विकास विभाग और पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम को पूर्ण रूप सेसभी जिलों में स्थापितकरने के लिए आह्वान किया.

महिला एवं बाल विकास विभाग के राज्य परियोजना समन्वयकश्री सुविज्ञ पाठक के द्वारा महिला हिंसा के विरुद्ध विभाग द्वारा चलाएजा रहे कार्यक्रमों के बारे मेंसविस्तार बतायागया और बिहान कार्यक्रम के साथ मिलकर रूपरेषा बनाने पर चर्चा हुयी |

इस कार्यशालामेंश्री आकाश शर्मा सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी, रायपुर एवं श्री डायमंड कुमार गिलहरे सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कांकेर के द्वारा महिला हिंसा कानूनोंऔरबरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी|

चैतन्य संस्था की जानकारी देते हुए संस्था प्रमुख सुश्री कल्पना पन्त ने बताया किचैतन्य संस्था को महिलाओं के अधिकारों के लिए एक मंच तैयार करने का कार्य कर रही है.

पिछले तीन वर्षों सेछत्तीसगढ़ के बिहान कार्यक्रम सेजुड़ी महिलाओं को जेंडर और क़ानूनी जानकार प्रशिक्षण के माध्यम से समाज में घरेलू हिंसा की पहचान करना और उसके खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित कररही है |

छत्तीसगढ़ के तीन जिले में धमतरी, कांकेर और कोंडागांव में बिहान कार्यक्रम के अंतर्गत चैतन्य संस्था द्वारा प्रेरित १८ संकुल स्तरीय संगठन मेंसंगिनी महिला सहायता व परामर्श केंद्र संचालित हैं

अब तक कुल 514 केस दर्ज किया जा चुका है जिसमें से 325 पूर्ण केस है और जारी 180 केस है | इस प्रकार चैतन्य संस्था छत्तीसगढ़ में महिलासमानता के कार्योंपरप्रभावी ढंग, सक्रिय रूप और गहन प्रयासों में लगी हुई है |

इस तरह की कार्यशाला राज्य स्तर पर 3 माह में एक बार और जिला स्तर पर हर माह आयोजित की जाए यह निर्णय सभी विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा लिया गया ताकि सभी विभाग जटिल महिला समस्याओं का मिलकर हल निकाल सकें.

सभी विभाग महिला हिंसा समानता पर कार्य कर रहे हैं परंतु विभागों का किसी भी प्रकार से समन्वय नहीं हो पा रहा है |

इस कार्यक्रम के द्वारा शामिल हुए सभी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को चल रही योजनाओं की जानकारी प्राप्त हुई |

14 जिलों के पुलिस विभाग से कर्मचारी एवंछत्तीसगढ़राज्यग्रामीणआजीविका मिशन के जिला कर्मचारी, चयनित जिले के संगिनी महिलासहायता एवं परामर्श केंद्र के परामर्शदाताएवं जेंडर मास्टर ट्रेनरकी उपस्थिति से यह कार्यशाला संपन्न हुई|

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