समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
भ.प्र.सं. रायपुर के परिसर में बड़े उत्साह के साथ भारत का 74वाँ गणतंत्र दिवस मनाया गया। भ.प्र.सं. रायपुर के निदेशक प्रोफेसर राम कुमार ककनी द्वारा इस दिन के कार्यक्रमों का शुभारंभ करने के लिए औपचारिक रूप से गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बादध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया गया। जब राष्ट्रीय ध्वज अपनी समस्त सुंदरता और महिमा में लहराया गया तो भ.प्र.सं. रायपुर बिरादरी ने देशभक्ति की भावना के साथ राष्ट्रगान गाया।
प्रो. राम कुमार ककनी ने हार्दिक बधाई देते हुए गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने लोकतांत्रिक देश का हिस्सा होने पर अपना गौरव व्यक्त करते हुए अपना संबोधन आरंभ किया और अपने शब्दों में इसको परिभाषित किया, “लोकतंत्र का अर्थ अपवित्रता दूर करना और एक-दूसरे का सम्मान कर पवित्रता प्राप्त करना है।” संविधान का महत्व बताते हुए उन्होंने यह कहते हुए अपनी बात जारी रखी कि हम बिल्कुल अपने घर से संविधान की गलियों में प्रवेश कर सकते हैं।
उन्होंने एक दूसरे के विचारों का सम्मान करने पर जोर देते हुए एक नागरिक के रूप में हमारी क्या जिम्मेदारियाँ होनी चाहिए, इस पर अपना विचार व्यक्त किया। फिर हमारे संविधान का प्रारूप तैयार करनेमें योगदान देने वाली सभी असाधारण प्रतिभाओं के साथ भारतीय संविधान के जनक डॉ भीमराव अम्बेडकर को याद करते हुए, अपने संबोधन को विराम दिया।
निदेशक के इस प्रेरणापूर्ण संबोधन के बाद भ.प्र.सं. रायपुर के छात्र-छात्राओं ने शानदार नृत्य और गायन का प्रदर्शन किया। नृत्य ने प्रभावशाली गतियों ने दर्शकों को ऊर्जा से भर दिया और भावनाओं को गले लगाने वाली उनकी भावपूर्ण आवाज ने इस कार्यक्रम में देशभक्ति की लहर पैदा कर दी।
इस कार्यक्रम में सभी संकायों, अधिकारियों, पोस्ट-डॉक्टरेटअध्येताओं, कर्मचारीवृंद और अनुसंधान एवं आकादमिक सहयोगियों की उपस्थिति दर्ज की गई। उत्सव की शुरुआत से लेकर इसके समापन तक, राष्ट्रवाद की भावना को पुनर्जीवित करते हुए असाधारण रूप से भलीभांति पूरे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भ.प्र.सं. रायपुर आशा करता है कि प्रत्येक गुजरते गणतंत्र दिवस के साथ, भारत संवैधानिक मजबूती हासिल करेगा और विकास के हर क्षेत्र में शिखर पर पहुँचेगा।