उदय होते सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ पूर्ण हुआ छठ महापर्व, घाटो पर व्रती एवं श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

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सागर जोशी, समदर्शी न्यूज़

कुनकुरी. उगते भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ सूर्यदेव की आराधना का चार दिवसीय छठ पूजा का महापर्व सम्पन्न हुआ। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिये व्रती महिलाएं एवं श्रद्धालु जलाशय एवं नदियों के किनारे स्थित छठ घाटों पर सूर्योदय के काफी पहले से पहूंचे। छठ गीतों के साथ व्रती अपने घरों से मौसमी फलों एवं पूजन सामग्री से सजे सूपा एवं दऊरा के साथ निकलकर छठ घाट पहूंचे। व्रती महिलाओं ने पानी मे खड़े रहकर सूर्यदेव के उदित होने की प्रतिक्षा की, सूर्योदय के साथ ही भगवान भास्कर को कच्चे दूध एवं जल का अर्घ्य दिया गया।

सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद पूजन, हवन, आरती के साथ छठ माई का प्रसाद वितरण किया गया। इस प्रसाद को ग्रहण करने के लिये श्रद्धालु घंटो छठ घाट पर खड़े रहकर प्रतिक्षारत रहे। आसमान पर छाये बादलों के कारण इस वर्ष सूर्यदेव विलम्ब से उदित हुए, प्रतिक्षा के बाद व्रतियों एवं श्रद्धालुओं ने उन्हे अर्घ्य दिया।

छठ घाट पर भगवान भास्कर के उदित होने की प्रतिक्षा करते हुए श्रद्धालुओं ने फटाके फोड़कर उत्सव का आनंद भी उठाया। छठ पूजा के इस पर्व में सभी धर्मो के लोग भारी संख्या में सम्मिलित होकर कलियुग के प्रत्यक्ष देवता सूर्यदेव एवं छठ माई का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसाद ग्रहण किया। सूर्य पूजन के उपरांत व्रती महिलाओं द्वारा अखण्ड सौभाग्य के प्रतीक सिन्दूर को विवाहित महिलाओं की मांग मे लगाया तथा श्रद्धालुओं को सिन्दूर का टीका लगाया। सूर्य देव को अर्घ्य देकर छठ माई का प्रसाद ग्रहण करने घाट पर विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के साथ श्रद्धालु भारी संख्या में पहूंचे।

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