अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को मिली सफलता, हत्या के तीन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार, भेजा गया न्यायिक रिमांड में !

Advertisements
Advertisements

पूर्व में किये हुये रिपोर्ट में राजीनामा नहीं होने की बात को लेकर दिया गया घटना को अंजाम

आरोपी शशिकांत शर्मा, सनत शर्मा एवं संजय श्रीवास के विरूद्ध चौकी नैला में अपराध क्रमांक 100 / 23 धारा 302, 201, 34. 120बी का अपराध पंजीबद्ध, आरोपियों के विरुद्ध पूर्व में कई आपराधिक मामले है दर्ज

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जांजगीर-चांपा

जांजगीर-चांपा : चौकी नैला के मर्ग क्रमांक 11/2023 धारा 174 जा.फ़ौ. मृतक प्रदीप कुमार चौबे उम्र 40 वर्ष निवासी बिरकोनी चौकी नैला के मर्ग जांच के दौरान घटना स्थल का निरीक्षण कर भौतिक साक्ष्य संकलित किया गया। मृतक के शव का पंचनामा कार्यवाही बाद शव का पीएम हेतु जिला अस्पताल जांजगीर रवाना किया गया, जो मृतक के शव को अधिक जले होने से डॉक्टरों की टीम द्वारा सिम्स बिलासपुर रिफर करने पर शव का पी.एम. सिम्स में कराया गया है। पीएम रिपोर्ट पर क्यूरी भी कराई गई। जिस संबंध में मृतक के परिजनों का कथन लिया गया। जिन्होंने अपने कथन में गांव के शशिकांत शर्मा तथा सनत शर्मा से पुराने प्रकरण में राजीनामा होने की बात को लेकर आये दिन विवाद करना, धमकी देना तथा संजय श्रीवास को रात्रि 08:00 बजे करीब प्रदीप चौबे के साथ घटना स्थल के कुछ दूर के घर में जाकर माचिस मांगने की बात बताते हुये, तीनों पर प्रदीप चौबे की हत्या करने का संदेह व्यक्त किये है।

सम्पूर्ण मर्ग जांच में मृतक प्रदीप कुमार चौबे को डण्डा से प्राणघातक हमला करने से मृतक प्रदीप कुमार चौबे को मृत होना जानकर पैरा में रखकर जलाकर साक्ष्य को नष्ट करने का प्रयास करना पाया गया है, जो प्रथम दृष्टया धारा 302 201, 34 भादवि का घटित होना पाये जाने से अपराध क्रमांक 100 / 23 धारा 302, 201, 34. 120बी का अपराध सदर पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुये प्रकरण के संदेहियों शशिकांत शर्मा, सनत शर्मा एवं संजय श्रीवास को पुलिस हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर दिनांक 22 जनवरी 2023 को पूर्व में किये हुये रिपोर्ट में राजीनामा नहीं होने की बात को लेकर प्रदीप चौबे की हत्या कर लाश को ठिकाना लगाने की योजना बनाकर तीनों पेट्रोल डिब्बा एवं डण्डा लेकर प्रदीप चौबे के पास में गये। नशे में धुत प्रदीप चौबे को डण्डा से सिर में ताबडतोड प्राणघातक हमला करने लगे जिससे मौके पर ही प्रदीप बेहोश हो गया। जिसे बेहोशी के हालत में पास के पैरावट के ढेर में घसीटते हुये ले गये। पैरावट के ढेर में रखकर पेट्रोल छिड़कर पैरावट में आग लगाकर जला दिये। आरोपियों द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने पर घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल, डण्डा तथा पेट्रोल बाटल तथा खून लगे कपड़े को बरामद किया गया। प्रकरण के आरोपियों को दिनांक 01 फरवरी 23 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

अंधे कत्ल की इस गुत्थी सुलझाने में निरीक्षक आर.एन. कुजूर, सहायक  निरीक्षक सियाराम यादव, आरक्षक भूषण राठौर, आरक्षक डमरु सिंह,  आरक्षक सुनील सिंह ठाकुर एवं आरक्षक जितेश राजपूत का सराहनीय योगदान रहा।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!