भूपेश बघेल द्वारा रामायण की समीक्षा की बात कहना घोर निंदनीय, सनातन संस्कृति के अपमान पर मुख्यमंत्री देश से माफी मांगें – बृजमोहन

Advertisements
Advertisements

कांग्रेसी सनातन संस्कृति के अपमान का एक भी मौका नहीं छोड़ते है, कांग्रेसी पहले ही प्रभु श्रीराम के चरित्र को काल्पनिक मानते हैं

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संस्कृति धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रामायण की समीक्षा की बात की है, यह घोर निंदनीय है। रामायण प्रभु श्री राम की मानव जीवन लीला का चित्रण है। उनके चरित्र से सनातन संस्कृति प्रेरणा लेती है कि समाज में, परिवार में कैसे संबंध होने चाहिए। रामायण भगवान श्री राम की जीवन लीला के माध्यम से बताती है कि भाई से, परिजनों से, कैसे संबंध होने चाहिए। संबंधों का महत्व क्या होता है, संबंधों का सम्मान कैसे किया जाता है।

पूर्व मंत्री विधायक बृजमोहन अग्रवाल

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सौतेली मां की इच्छा पूरी करने, पिता की आज्ञा पर, प्रभु श्री राम 14 वर्ष के वनवास पर गए। अनुज लक्ष्मण उनके साथ वन गए और अनुज भरत ने बड़े भाई की खड़ाऊं सिंहासन पर रखकर शासन व्यवस्था सम्हाली। आज भूपेश बघेल कांग्रेसी मानसिकता और संस्कृति के अनुसार रामायण की समीक्षा करने की बात कहकर करोड़ो सनातनियों की आस्था को अपमानित कर रहे हैं।

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी सनातन संस्कृति के अपमान का एक भी मौका नहीं छोड़ते है। कांग्रेसी पहले ही प्रभु श्रीराम के चरित्र को काल्पनिक मानते हैं। अभी कुछ दिन पहले भूपेश बघेल ने साधु संतों को चमत्कार ना दिखाने की नसीहत दी थी। अब वे रामायण की समीक्षा करने की आपत्तिजनक बात कर रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सनातन संस्कृति के अपमान के लिए भूपेश बघेल देश से माफी मांगें।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!