गांव-गांव तक सरकार के महत्वकांक्षी योजनाओं को पहुंचा रहे हैं सांस्कृतिक दल के कलाकार

गांव-गांव तक सरकार के महत्वकांक्षी योजनाओं को पहुंचा रहे हैं सांस्कृतिक दल के कलाकार

February 7, 2023 Off By Samdarshi News

गीत, नाटक, प्रहसन और लोक संगीत के माध्यम से लोगों को दे रहे जानकारी

ग्रामीण भी योजनाओं के साथ अपनी बोली-भाषा और संस्कृति से हो रहे रुबरु

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायगढ़

सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं को सांस्कृतिक दल के कलाकर गांव-गांव तक पहुंचा रहे हैं। उनके द्वारा ग्रामीणों की ही बोली में गीत, नाटक, प्रहसन और लोक संगीत के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। इस दौरान ग्रामीण भी हर एक योजनाओं के साथ अपनी बोली-भाषा और संस्कृति से भी रुबरु हो रहे हैं। कलाकारों द्वारा मनोरंजन के साथ विभिन्न योजनाओं के बारे में बताई जा रही है।

इस कला दल में महिला कलाकारों की भूमिका भी अहम है जो अपनी नृत्य नाटिका से लोगों को भाव-विभोर कर रही हैं। खास बात यह है कि पुराने समय में जो छत्तीसगढ़ी गीत लोग गुनगुनाते थे वह गांव के मंच पर इन कलाकारों से सुन रहे हैं। ये कलाकार पारंपरिक वाद्य यंत्रों का उपयोग कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ शासन की कई लोक हितकारी योजनाएं संचालित हो रही है। इन्हीं योजनाओं को गांव-गांव के हर घर तक पहुंचाने के लिए लोक कलाकारों को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें ऐसे कलाकारों का चयन किया गया है जो संबंधित एरिया के बोली-भाषा के जानकार हैं। बस्तर, सरगुजा, जशपुर जैसे आदिवासी इलाकों में हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा, सादरी, कुडूख जैसी बोलियों में योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं।

ये कलाकार अपने-अपने तरीके से ड्रामा, जादूगरी, प्रहसन और अन्य कलाओं के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। रायगढ़ जिले के सात ब्लॉकों के गांवों में लोक झंकार कला केंद्र के कलाकार मनोरंजन के साथ योजनाओं को हर गांव तक पहुंचा रहे हैं। इस टीम के कलाकारों को पहले प्रशिक्षित किया गया है और ऐसी बोली भाषा का उपयोग करने की सलाह दी गई है जो आम बोलचाल में हो। जिले के कुछ इलाकों में उडिय़ा का भी प्रभाव है, ऐसे क्षेत्रों में लोगों को उडिय़ा में जानकारी दी जा रही है।

ग्रामीणों के सवाल भी

कई गांवों में ग्रामीणों द्वारा कई योजनाओं को लेकर सवाल भी पूछा जा रहा है। जैसे लाभ कैसे मिलेगा, कहां संपर्क करें। ऐसे सवालों का जवाब भी सांस्कृतिक लोककला दल के कलाकार दे रहे हैं। ग्रामीणों को बताया जा रहा है कि योजनाओं का लाभ लेना उनका अधिकार है। कई गांवों में पात्र-अपात्र जैसे सवाल भी किया जा रहा है। इसका भी जवाब प्रशिक्षित कलाकारों द्वारा दिया जा रहा है।