अपराधिक जीवन छोड़कर सामान्य जीवन जीने हेतु समझाइश देने के बाद भी सुधार नहीं होने पर आदतन गुंडा बदमाश राजेंद्र पूरी पिता लखेश्वर पुरी गोस्वामी को किया गया जिला बदर, 1 वर्ष तक कोरबा एवं सरहदी जिलों से रहना होगा दूर
February 17, 2023पुलिस अधीक्षक कोरबा के प्रतिवेदन पर कलेक्टर कोरबा ने जारी किया आदेश
अन्य कई गुंडों के जिला बदर की चल रही है कार्यवाही
15 नए आदतन अपराधियों का खोला गया गुंडा फाइल
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, कोरबा
आदतन गुंडा बदमाश एवं अभ्यासिक अपराधी राजेंद्र पुरी गोस्वामी पिता लखेश्वर पुरी गोस्वामी निवासी शांति नगर कूसमुंडा जिला कोरबा को 1 वर्ष के लिए जिला कोरबा से जिला बदर कर दिया गया है । पुलिस अधीक्षक कोरबा के प्रतिवेदन पर कलेक्टर कोरबा द्वारा आदेश जारी किया गया है ।
गौरतलब है कि आदतन बदमाश राजेंद्र पुरी लगातार अपराधिक गतिविधियों में संलग्न है, जिसके विरुद्ध मारपीट, अवैध शराब , जुआ ,आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं । पुलिस द्वारा गुंडा बदमाश राजेंद्र पुरी को अपराधिक जीवन छोड़कर सामान्य जीवन जीने हेतु कई बार समझाइश देकर आचरण में सुधार करने का अवसर दिया गया,सुधार परिलक्षित न होने पर प्रतिबंधक एवम सुधारात्मक कार्यवाही किया गया, किंतु गुंडा बदमाश राजेंद्र पुरी के आदतों में सुधार न होने पर अंततः उसे कोरबा जिले से जिला बदर कर दिया गया है ।
कलेक्टर कोरबा द्वारा जारी आदेश के मुताबिक गुंडा बदमाश राजेंद्र पुरी को 1 वर्ष की कालावधि तक जिला कोरबा एवं कोरबा के सरहदी जिले रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर,गौरेला–पेंड्रा–मरवाही, मनेंद्रगढ़–चिरमिरी–भरतपुर, कोरिया , सरगुजा एवम सूरजपुर जिले के सीमाओं के बाहर रहना होगा ।
पुलिस अधीक्षक उदय किरण ने कहा है कि शांति व कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की कोशिश करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही जारी है , वहीं अपराधिक जीवन छोड़कर सामान्य जीवन जीने के इच्छुक बदमाशों चरित्र में सुधार करने का पर्याप्त अवसर दिया गया है, इसके बावजूद भी जिन बदमाशों के अपराधिक गतिविधियों में सुधार नहीं हो रहा है, ऐसे बदमाशों को जिले कोरबा से बाहर जाना होगा, इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है । एक दर्जन से अधिक बदमाशों को जिला बदर किए जाने हेतु प्रकरण कलेक्टर कोरबा को भेजा जा चुका है ,करीब एक दर्जन प्रकरण तैयार किए जा रहे हैं , निकट भविष्य में कई और गुंडे कोरबा जिले से जिला बदर होंगे ।
एक तरफ जहांआदतों में सुधार नहीं करने वाले गुंडे बदमाशों को जिला बदर किया जा रहा है, वहीं नए बदमाशों को गुंडा लिस्ट में शामिल किया जा रहा है ।जो बदमाश समाज के मुख्य धारा से जुड़कर शांतिपूर्वक जीवन यापन कर रहे हैं उनको माफ़ी सूची में लाया जा रहा है।