जशपुर कलेक्टर ने जिला स्वास्थ्य समिति की ली बैठक : फरसाबहार के बीएमओ को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश

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कलेक्टर ने जोखिम गर्भवति माताओं का बेहतर ईलाज करने के दिए निर्देश

संस्थागत् प्रसव में प्रगति लाएं

पत्थलगांव और बगीचा में सिजेरियन ऑपरेशन शीघ्र चालू करें

मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना का जिले में बेहत्तर क्रियान्वयन किया जा रहा है

मितानिनों के ट्रेनरों को भी कड़ी हिदायत, कार्य को गंभीरता से करने के निर्देश

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति बैठक लेकर गर्भवती माताओं और बच्चों का टीकाकरण, संस्थागत् प्रसव, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत मातृ स्वास्थ्य, टीकाकरण, क्षय रोग, टी.बी. हाइपरटेंशन, कृमिनाशक एवं विटामिन दवापान, एनआरसी में बेड ऑक्यूपेंसी, गर्भवती महिलाओं में रक्तालपता, मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम सहित विभिन्न विभागीय कार्या की विकासखण्डवार समीक्षा की।

कलेक्टर ने सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी से अपने-अपने ब्लॉक में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गांव में टीकाकरण दिवस के दिन मुनादी अनिवार्य रूप से करा लें और मितानिनों के माध्यम से बच्चों को शत् प्रतिशत टीकारण करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने किन सूची को भी अपडेट करने के लिए कहा है। बैठक में कलेक्टर ने मितानिनों के ट्रेनरों को भी कड़ी हिदायत देते हुए कार्य करने के निर्देश दिए हैं अन्यथा कड़ी कार्यवाही करने की बात की। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना में दंत्त चिकित्सकों को भी ले जाने के निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर ने फरसाबहार विकासखण्ड के विकाखण्ड चिकित्सा अधिकारियों से ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति के संबंध में जानकारी ली और संतोषजन जवाब नहीं देने के कारण नोटिस जारी करते हुए एक माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं और अधिकारियों को अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर संचालन करने के लिए कहा है। उन्होंने कॉलम को अच्छे तरह से अवलोकन करें और सही-सही जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए हैं और उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य समिति के बैठक में संरपंचों को अनिवार्य रूप से शामिल करें। दुलदुला और फरसाबहार में डॉक्टरों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। पत्थलगांव और बगीचा में सीजरियन ऑपरेशन शीघ्र प्रारंभ करने की बात कही। दूरस्थ अंचल क्षेत्रों में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत् दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली और विगत माह से इस माह अच्छा क्वरेज करने के लिए संतुष्टि जाहिर किए।

कलेक्टर ने कहा कि दुलदुला और बगीचा विकासखण्ड में भी हाट-बाजार क्लीनिक के माध्यम से मरीजों का अच्छा ईलाज किया गया है। बगीचा विकासखण्ड के कलिया, साहीडांड़, बुरजुडीह, भड़िया, कांसाबेल विकासखण्ड के चेटबा, जशपुर के पैंकू, पतराटोली, आरा, पत्थलगांव विकासखण्ड के तमता सहित अन्य क्षेत्रों में भी ईलाज की सुविधा दी जा रही है।

कलेक्टर ने जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ाने एवं शत प्रतिशत प्रसव केंद्रों में कराने के निर्देश दिए। इस हेतु जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का समुचित क्रियान्वयन करने के लिए कहा।

साथ ही आंगनबाड़ी सहायिका मितानिनों की मदद से एनिमिक एवं हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का चिन्हाकन कर, उनसे संपर्क बनाए रखने एवं उन्हें पूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने जिले में उच्च जोखिम गर्भावस्था के प्रकरणों की जानकारी लेते हुए सभी खंड स्तरीय अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में सर्वे कराकर ऐसे गर्भवती महिलाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने उच्च जोखिम गर्भावस्था की परिभाषा एवं पहचान के संबंध में उपस्थित सभी अधिकारियों को जानकारी दी जिसके अंतर्गत 19 वर्ष से कम आयु की गर्भवती महिला, 145 सेमी से कम ऊंचाई की महिला, डायबिटीज, बीपी, जैसे बीमारियों से ग्रसित एवं अन्य लक्षण शामिल है। ऐसे गर्भवती महिलाओं की सर्वे कर उनकी सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा। कलेक्टर ने जिले के सभी प्राथमिक, सामुदायिक  एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों में उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान के लक्षण बारे में  जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए साथ ही सभी आंगनबाड़ी मितानिन व सहायिका को भी इस संबंध में जानकारी देकर समुदाय स्तर पर जागरूकता लाने की बात कही। बैठक में बीपीएम कुनकुरी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुनकुरी में कमजोर नवजात शिशु की विशेष देखभाल हेतु एनबीएस यूनिट प्रारंभ है। यूनिट में रेडियंट वार्मर व फोटो थेरेपी सहित अन्य मशीन उपलब्ध है। जहां ऐसे बच्चों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।

कलेक्टर ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत चिरायु दल द्वारा सभी स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित विजिट करने के लिए कहा। साथ ही जिला अस्पताल में दृष्टि बाधित बच्चों का बेरा टेस्ट कर उन्हें तत्काल श्रवण यंत्र प्रदान करने के लिए कहा। इसी प्रकार ह््रदय संबंधी रोग से ग्रसित बच्चों का चिन्हाकन कर उन्हें ईलाज हेतु उच्च स्वास्थ्य संस्था रिफर करने की बात कही। उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की टीका, मलेरिया नियंत्रण, कुष्ठ उन्मूलन, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, मनोरोग चिकित्सा कार्यक्रम की भी समीक्षा करते हुए योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने सभी योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सभी अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में  आगामी  28 फरवरी से 31 मार्च 2023 तक आयोजित होने वाले शिशु सरंक्षण माह कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए  लक्ष्य हासिल हेतु अपनाई जाने वाले कार्य योजना के बारे में चर्चा की गई। 6 माह से 5 वर्ष के बच्चों को आयरन फोलिक एसिड व विटामिन ए का सिरप पिलाने की बात कही। इस हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार कर सभी विकासखण्डो में कार्य करने के लिये कहा।

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