मरीजों के लिए लाभदायक सिद्ध हो रहा है जिला हॉस्पिटल का फिजियोथेरेपी यूनिट, कई बीमारियों में मिल रहा है लाभ !

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अब तक 26 हजार से अधिक मरीज हो चुके है लाभांवित

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, बलौदाबाजार

बलौदाबाजार : जिला अस्पताल बलौदा बाजार में स्थापित फिजियोथैरेपी यूनिट मरीजों के लिए संजीवनी सिद्ध हो रहा है। जोडों, हड्डियों के दर्द सहित विभिन्न प्रकार की सर्जरी के पश्चात आवश्यक फिजियोथैरेपी की नि:शुल्क सुविधा जिला अस्पताल में होने के कारण मरीजों को महंगे प्राइवेट उपचार हेतु नहीं जाना पड़ता है, जिससे उन्हें काफी सुविधा हो रही है। अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि शासन द्वारा फिजियोथेरेपी यूनिट में टेंस मशीन, आईएफटी मसल्स स्टिम्युलेटर, ट्रेक्शन मशीन, एसडब्ल्यूडी, अल्ट्रासाउंड थेरेपी, स्टैटिक बाइसिकल,कॉर्डीसेफ़ चेयर जैसी आधुनिक मशीनें स्थापित की गई हैं जिससे फिजियोथैरेपी यूनिट सफलतापूर्वक मरीजों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।

यहां डॉक्टर मुक्तानंद साहू फिजियोथैरेपिस्ट के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं,  इसके साथ ही दो सहायक भी नियुक्त हैं। फिजियोथैरेपी यूनिट के फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर मुक्तानंद साहू ने बताया कि यूनिट में जोड़ों का दर्द, गठिया, वात, नसों का दबना, बच्चों में जन्मजात विकृति एवं मंदबुद्धि, रीढ़ की हड्डी में दर्द, गले में अकड़न, साइटिका, किसी ऑपरेशन के पश्चात अंग में कड़ापन जैसी आवश्यक फिजियोथेरेपी सेवाएं मरीजों को प्रदान की जाती हैं। इसके साथ ही कुष्ठ के ऐसे मरीज जिनके हाथ पैर में कड़ेपन की विकृति होती है, उन्हें भी ठीक किया जाता है। यह यूनिट वर्ष 2018 से जिला अस्पताल के कक्ष क्रमांक 18  में कार्यरत है। शुरुआत में औसतन 8 से 10 मरीज प्रतिदिन यूनिट में आया करते थे, जो अब बढ़कर 20 से 25 औसतन हो गए हैं। इससे फिजियोथैरेपी यूनिट की लोकप्रियता का अनुमान लगाया जा सकता है।

वर्ष 2018 से अब तक 26,614 मरीज इस फिजियोथेरेपी यूनिट का लाभ ले चुके हैं। विमला पटेल आयु 53 वर्ष बलौदा बाजार की निवासी हैं, उन्होंने बताया कि वह 4 साल से कमर दर्द से परेशान थीं। इस फिजियोथैरेपी यूनिट में 3 माह का उन्होंने नि:शुल्क सेशन लिया और वर्तमान में वह ठीक हो चुकी हैं। इसी प्रकार 7 वर्षीय पुनेश्वर सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित बच्चा है, जिसका हाथ नहीं उठता था, पिछले 2 माह से फिजियोथैरेपी यूनिट में इलाज लेने से सुधार होने लगा है। ऐसे ही 2 वर्ष की कृतिका प्रजापति शुरुआत में स्वयं से बैठ नहीं पाती थी, माता-पिता द्वारा बच्ची का फिजियोथैरेपी यूनिट में इलाज लेने से अब वह बैठने लगी है। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम. पी. महिस्वर ने बताया कि शासन द्वारा फिजियोथैरेपी यूनिट के संचालन हेतु आधुनिक मशीनों एवं कुशल चिकित्सकीय स्टाफ की नियुक्ति से इसका लाभ आम जनता को मिल रहा है, जो की पूरी तरह से नि:शुल्क है। निजी संस्थाओं में फिजियोथैरेपी काफी महंगा होता है, ऐसे में अस्पताल में उपलब्ध सुविधा का मरीजों को अधिकतम लाभ लेना चाहिए।

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