चिकित्सा पाठ्यक्रम के संचालन का काम निजी विवि को देना अनेक विसंगतियों को जन्म देगा : डॉ. विमल चोपड़ा

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भारतीय जनता पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक डॉ. विमल चोपड़ा ने कहा है कि आयुष विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में चिकित्सा पाठ्यक्रम के संचालन का काम अब निजी विश्वविद्यालयों को दिया जाना अनेक विसंगतियों को जन्म देगा। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि आज पैरामेडिकल कोर्स का संचालन निजी विश्वविद्यालयों को सौंपे जाने के बाद भविष्य में संपूर्ण चिकित्सा पाठ्यक्रम के संचालन की मांग निजी विश्वविद्यालय करने लगेंगे जिससे चिकित्सा पाठ्यक्रम के संचालन में विश्वसनीयता का संकट तो उत्पन्न होगा ही, साथ ही निजी विश्वविद्यालयों में इस पाठ्यक्रम के संचालन में  गिरावट की आशंकाएँ प्रबल होंगी।

इस संबंध में सोमवार को हुई एक बैठक में डॉ. चोपड़ा ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि चिकित्सा से संबंधित पाठ्यक्रम का संचालन आयुष विश्वविद्यालय द्वारा  अच्छे ठंग से किया जा रहा है और चूँकि चिकित्सा पाठ्यक्रम स्वास्थ्य से जुड़ा विषय है इसलिए इसमें किसी तरह का प्रयोग करना ठीक नहीं होगा। प्रदेश सरकार को इस विषय को गंभीरता से लेकर अपने प्रस्ताव पर पुनर्विचार करना चाहिए ताकि आयुष विश्वविद्यालय की गरिमा बरकरार रह सके और स्वार्थी तत्वों के इरादों को नियंत्रित किया जा सके।

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