नवरात्र पर्व : अघोराचार्य बाबा कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान क्रीं कुण्ड, शिवाला, वाराणसी के ‘बाबा कीनाराम आश्रम’ में पूजी गयी कन्यायें एवं भैरव बाबा के पखारे गए पांव !

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समदर्शी न्यूज डेस्क,

वाराणसी : नौ दिन तक चलने वाले पर्व  नवरात्र में कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन  बाल-कन्याओं की पूजा के ज़रिये संकेत स्वरुप में स्थापित माँ भगवती से आशीर्वाद माँगा जाता है और श्रद्धापूर्वक उनकी विदाई का कार्यक्रम सम्पादित होता है। इसी क्रम में गुरुवार को  चैत्र-नवरात्र के अंतर्गत रविन्द्रपुरी स्थित विश्व विख्यात अघोर पीठ ‘बाबा कीनाराम स्थल, क्रीं-कुण्ड’ में यहां के पीठाधीश्वर एवं ‘श्री सर्वेश्वरी समूह’ तथा ‘अघोर सेवा मंडल’ के अध्यक्ष, परम पूज्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी  के दिशा निर्देश में नवकुमारी कन्याओं एवं भैरव का पूजन बड़े ही श्रद्धापूर्वक विधि-विधान सहित मनाया गया। नन्हीं नन्हीं कुंवारी कन्याओं को लाल-लाल चुनरी ओढ़ायी गयी एवं उनका पूजन अर्चन कर पांव पखारे गये, उन्हें पूड़ी, सब्जी, मिष्ठान्न, दही और फल आदि प्रसाद का भोग लगाया गया।

इस दौरान स्थल आश्रम के प्रांगण में हजारों भक्तों ने कतारबद्ध तरीके से देवी-स्वरुप में सजी संवरी कुमारी कन्याओं एवं भैरव बाबा का पूजन कर आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने  बाबा कीनाराम स्थल’ पर स्थित सभी समाधि का भी दर्शन पूजन किया। इस दौरान कीनाराम आश्रम परिसर  लगातार हर हर महादेव के उद्घोष से  गुंजायमान रहा।

कन्या पूजन एवं भैरव बाबा के स्वरुप के पूजन विधि में आश्रम से सम्बंधित आचार्य प्रकाश जी की भूमिका महत्वपूर्ण थी। कार्यक्रम को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करवाने के लिए आश्रम परिसर के पदाधिकारी, स्वयंसेवक व श्रद्धालुजन जिम्मेदारीपूर्वक लगे रहे।

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