गढ़कलेवा माँ बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ पूजा स्पेशल में स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की श्रृंखला रहेंगी उपलब्ध, प्रतिदिन गढ़कलेवा से माता रानी को लगेगा भोग

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कलेक्टर गढ़कलेवा ट्रायल के लिए पहुंचे

कलेक्टर ने गढ़कलेवा में बनी खिचड़ी और व्यंजन माँ बम्लेश्वरी मंदिर में भोग चढ़ाया

छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परिवेश की थीम में की गई आकर्षक साज-सज्जा

आदिवासी संस्कृति की झलक लिए हुए सेल्फी स्टैंड में बच्चों एवं बड़ों ने ली सेल्फी

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव

डोंगरगढ़ में गढ़कलेवा माँ बम्लेश्वरी पूजा स्पेशल में स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की श्रृंखला उपलब्ध रहेगी। कलेक्टर श्री डोमन सिंह आज गढ़कलेवा ट्रायल के लिए पहुंचे। उन्होंने यहां बनी खिचड़ी और व्यंजन माँ बम्लेश्वरी मंदिर में भोग चढ़ाया। नवरात्रि पर्व के अवसर पर आज उन्होंंने गढ़कलेवा में कन्या भोज में बालिकाओं को स्वयं खीर परोसा। कलेक्टर की परिकल्पना के अनुसार गढ़कलेवा छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परिवेश की थीम में आकर्षक साज-सज्जा की गई है। कलेक्टर ने स्वसहायता समूह की महिलाओं को गढ़कलेवा के अच्छी तरह से संचालन के लिए शुभकामनाएं दीं।

उत्साह एवं खुशी के माहौल में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। ज्ञातव्य है कि प्रतिदिन गढ़कलेवा में माता रानी को भोग लगाएंगे। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार एवं एसडीएम डोंगरगढ़ श्री गिरीश रामटेके उपस्थित रहे। 22 लाख रूपए की लागत से निर्मित गढ़कलेवा के रूप में शहरवासियों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन के लिए एक अच्छा स्थान मिला है। आदिवासी संस्कृति की झलक लिए हुए सेल्फी स्टैंड में बच्चों एवं बड़ों ने सेल्फी ली।

ग्रामीण परिवेश को संजोए गढ़कलेवा परिसर नांगर, बैलगाड़ी, जांता एवं अन्य परंपरागत कृषि उपकरणों से सुसज्जित है। पर्री से बने मशरूम से शोभा बढ़ी है। छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन देहरौरी, ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला, अइरसा, चौसेला, पुड़ी-सब्जी, खिचड़ी, गुलगुला भजिया, गुजिया, सोहारी, खीर जैसे पकवान एवं व्यंजन नागरिकों के लिए उपलब्ध रहेंगे। दीवारों पर इन स्वादिष्ट व्यंजन को बनाने की विधि एवं उनसे जुड़ी मान्यताएं एवं रीति-रिवाज की जानकारी भी दी गई है।

उल्लेखनीय है कि भूमिका संकुल संगठन बिहान द्वारा छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन यहां बनाए जा रहे हंै। समूह की अध्यक्ष श्रीमती अन्नू बाई विश्वकर्मा ने बताया कि बिहान के माध्यम से लिए गए ऋण 3 करोड़ 8 लाख 40 हजार रूपए की राशि के ब्याज की राशि से गढ़कलेवा का संचालन किया जा रहा है। यहां कार्य करते हुए बहुत खुशी हो रही है और यह एक अच्छी शुरूआत है। 

कोषाध्यक्ष रामकुमारी बंजारे ने बताया कि 44 गांव के कलस्टर मिलकर फेडरेशन है। जिसमें 627 समूह मिलकर गढ़कलेवा को चलाएंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती गुरप्रीत कौर, श्रीमती रीना ठाकुर, तहसीलदार श्री राजू पटेल, जनपद सीईओ सुश्री दिव्या ठाकुर, सुश्री नेहा सहारे सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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