अफसोस का विषय है कांग्रेस का तथाकथित सत्याग्रह देश के लिए नही गांधी परिवार के लिए है, कांग्रेस देश की जनता से नाता तोड चुकी है, केवल राहुल गांधी का राजनीतिक कैरियर बचाना उनकी प्राथमिकता में – अमित चिमनानी

अफसोस का विषय है कांग्रेस का तथाकथित सत्याग्रह देश के लिए नही गांधी परिवार के लिए है, कांग्रेस देश की जनता से नाता तोड चुकी है, केवल राहुल गांधी का राजनीतिक कैरियर बचाना उनकी प्राथमिकता में – अमित चिमनानी

March 30, 2023 Off By Samdarshi News

अच्छा होता छ.ग. प्रदेश में भ्रष्टाचार को रोकने निगरानी समिति,  अपराध रोकने कंट्रोल रुम और नक्सलवाद के खिलाफ शांति-मार्च निकलता – अमित चिमनानी

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : कांग्रेस के आगामी अभियान, निगरानी समिति, मशाल रैली, कंट्रोल रुम, शांति मार्च, सत्याग्रह के कार्यक्रमों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस अब जनता से नाता तोड़ चुकी है, उनकी प्राथमिकता केवल राहुल गांधी का राजनितिक करियर बचाना है। कांग्रेस के सारे अभियान, आंदोलन, संसाधन केवल और केवल राहुल गांधी के लिए ही हैं। अफसोस की बात है कि वह जो सत्याग्रह कर रहे हैं वह देश के लिए नहीं राहुल गांधी के लिए है।

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी

भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस राज में पूरे छत्तीसगढ़ में जो निराशा रूपी अंधेरा छाया हुआ है, अच्छा होता उसे दूर करने के लिए कांग्रेस द्वारा मशाल रैली निकाली जाती, कांग्रेस राज में जो प्रदेश भ्रष्टाचार में आकंठ डूब चुका है, अच्छा होता उसकी निगरानी के लिए कांग्रेस द्वारा निगरानी समिति बनाई जाती, अच्छा होता कांग्रेस राज में अपराधियों ने जो आतंक मचा रखा है, उसे रोकने, कंट्रोल करने के लिए कांग्रेस द्वारा  कंट्रोल रूम बनाए जाते,  पूरे देश से नक्सलवाद समाप्त हो चुका है, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासन में कांग्रेस की बदनीयती की वजह से नक्सलियों का जो तांडव चल रहा है, अच्छा होता उसके खिलाफ कांग्रेस का शांति मार्च होता, लेकिन निगरानी समिति, सत्याग्रह, कंट्रोल रूम, शांति मार्च, कुछ भी जनता या उनकी समस्याओं के लिए नहीं बल्कि राहुल गांधी के लिए है।

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा कि अब कांग्रेस को जनता से कोई सरोकार नहीं, इसीलिए जनता को भी कांग्रेस से कोई मतलब नहीं। राहुल गांधी के राजनीतिक कैरियर को बचाने ऐसे अभियान चलाकर  कांग्रेस ने स्वयं कांग्रेस मुक्त भारत की तरफ एक और कदम बढ़ाने जनता को प्रेरित कर दिया है।