पहाड़ी कोरवा परिवार का आत्महत्या प्रकरण : सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफार्म पर चल रही विभिन्न भ्रामक खबरों के बीच प्रशासन ने दिया स्पष्टीकरण, पुलिस प्रशासन गंभीरता से कर रहा है जांच !

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समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर

जशपुर : जशपुर जिले के अंतर्गत बगीचा ब्लॉक के ग्राम सामरबार में पहाड़ी कोरवा परिवार के आत्महत्या प्रकरण को लेकर सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफार्म पर चल रही भ्रामक खबरों को लेकर जशपुर जिला प्रशासन का पक्ष भी सामने आया है, जिसमें उसकी हत्या के तार उसके पिता की पूर्व में हुई हत्या से और आरोपियों से जोड़ने के विषय में कुछ तथ्य रखे गए हैं।

प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बगीचा ब्लॉक अंतर्गत सामरबार निवासी मृतक राजू राम के पिता की हत्या 22 फरवरी 2010 को 18.00 बजे हुई थी। हत्या उपरांत पुलिस प्रशासन ने पूरी तत्परता से सभी बिंदुओं पर जांच की थी  और सबूतों के आधार पर दो पहाड़ी कोरवा बिफना और कोंदा को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू किया था। जिसके बाद दोनों  आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया था। परिणाम स्वरूप पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां न्यायालय ने आरोपियों को हत्या के आरोप में सजा सुनाई और जेल दाखिल किया। वर्तमान में दोनों आरोपी जेल से सजा काट कर रिहा हो गए है और दोनों आरोपी पिता-पुत्र हैं। दी जा रही जानकारी के अनुसार कोरवा राजू राम के परिवार के  आत्महत्या प्रकरण में सभी बिंदुओं पर पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जांच कर रहा है। घटना से जुड़े सभी तथ्यों पर गहराई से पूछताछ एवं जांच की जा रही है, लेकिन आत्महत्या के सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं।

भाजपा के प्रादेशिक जांच दल ने भी भूख और गरीबी को बताया था कारण

इसी प्रकार भाजपा के प्रादेशिक जांच दल ने भी पहाड़ी कोरवा परिवार द्वारा की गई सामूहिक आत्महत्या को भूख और गरीबी के कारण होना बताया गया था। जांच दल के अनुसार कोरवा परिवार का पूरा निवास ग्राम बुनियादी सुविधाओं से वंचित था तथा ग्रामीणों को शिक्षा, राशन एवं आवागमन की समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा था, परिवार के राशन आबंटन से भी वंचित रहने का आरोप लगाया गया था।

पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने भी प्रकरण की जांच को लेकर खड़े किए सवाल

ज्ञातव्य है कि गत दिनों पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने राजू राम की आत्महत्या को हत्या का रूप देने संबंधित विवादित बयान दिया था,जिसमें उन्होंने घटना में आत्महत्या के बजाय हत्या होने की आशंका व्यक्त की थी और इसके संदर्भ में राजू राम के पिता की हत्या की बात का उल्लेख करते हुए आशंका व्यक्त की थी कि उसी तर्ज पर ही राजू राम के परिवार की हत्या की गई होगी। इस पूरे प्रकरण में पुलिस पर भी जांच सही से नहीं करने का गंभीर आरोप श्री भगत ने लगाते हुए कहा था कि बिना जांच के प्रशासन आत्महत्या करार देते हुवे मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है। इस घटना के 7 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन घटना के कारणों तक नहीं पहुंच पाया, जिस कारण पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी श्री भगत ने सवाल खड़े किए हैं।

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