सखी वन स्टॉप सेंटर ने मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को उनके परिजनों को किया सुपुर्द

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायगढ़

सखी वन स्टॉप सेंटर महिला एवं बाल विकास रायगढ़ में 9 अप्रैल 2023 को रात्रि 10 बजे कैदीमुड़ा वार्ड क्रमांक 30 की मितानिन के माध्यम से एक वृद्ध महिला को भटकती अवस्था में देखे जाने पर उनके स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को देखते हुए 181 से संपर्क किया गया। तत्पश्चात महिला को थाना जूटमिल के सहयोग से सखी सेंटर रायगढ़ आश्रय के लिए लाया गया।

ज्ञात हो कि उक्त वृद्ध महिला पिछले 3 दिनों से कैदीमुड़ा के मंदिर के पास बैठी थी व मोहल्ले वासियों द्वारा खाना दिया जाता था। पीडि़ता चलने-फिरने में असमर्थ थी, जिन्हें सखी वन स्टॉप सेंटर रायगढ़ के स्टॉफ द्वारा पूर्ण सहयोग किया गया। महिला से प्रारंभिक बातचीत की गई जिसमें उन्होंने सिर्फ अपना नाम बताया परिजन का नाम व पता पूछने पर कोई जवाब नहीं दिया जा रहा था। पीडि़ता अपने स्थानीय भाषा में बात कर रही थी जो कि झारखंड की भाषा थी। तत्पश्चात परामर्शदाता द्वारा झारखंड के स्थानीय भाषा में बात कर पता करने का प्रयास किया गया। जिसमें उन्होंने अपना पता पत्थलगांव क्षेत्रान्तर्गत बताया जिसके बाद थाने से संपर्क कर पीडि़ता की जानकारी दी गई परंतु कोई जानकारी नहीं मिली। तत्पश्चात 2-3 दिनों तक पीडि़ता द्वारा कोई जानकारी नहीं दिया गया। 12 अप्रैल 2023 को केस वर्कर द्वारा पीडि़त से पुन: बातचीत कर परिजन का नाम, पता जानने का प्रयास किया गया। काफी प्रयास के पश्चात उन्होंने अपने पति का नाम व पता कारीमाटी सिर्फ बताया जिसके पश्चात महिला संरक्षण अधिकारी, केन्द्र प्रशासक, परामर्शदाता द्वारा पीडि़ता से बातचीत कर पूर्ण जानकारी लेने का प्रयास किया गया तब पीडि़ता द्वारा बच्चों के विषय में जानकारी दी। जिसके आधार पर नेट से सर्च कर संबंधित थाना बरही व बानो, जलडेगा से संपर्क कर पीडि़ता की फोटो व पता व्हाट्सअप की गई व सहयोग का निवेदन किया गया। तत्पश्चात थाना जलडेगा, झारखण्ड के सहयोग से हरियाणा में कार्यरत पीडि़ता के बेटे का काल आया व पीडि़ता से बात कराया व पीडि़ता की पुष्टि की गई।

पीडि़ता के पुत्र जो कि गुडग़ांव हरियाणा में कार्य करते है, अवकाश लेकर सखी वन स्टॉप सेंटर रायगढ़ पहुंचे पीडि़ता अपने बेटे को पहचानी एवं पुत्र के साथ घर वापस जाना चाही पीडि़ता के पुत्र द्वारा बताया गया कि पीडि़ता मानसिक रूप से अस्वस्थ है व 3 हफ्ते घर से बाहर है। पूर्व में भी घर से बाहर जा चुकी है परंतु वापस आ जाती थी। पीडि़ता के पुत्र को पीडि़ता की उचित इलाज व देखभाल की सलाह देते हुए पुत्र को सुपुर्द किया गया। पीडि़ता के पुत्र द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर रायगढ़ का आभार व्यक्त करते हुए खुशी जाहिर की गई। उक्त प्रकरण जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी व महिला संरक्षण अधिकारी के मार्गदर्शन पर कार्यवाही किया गया।

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