मनरेगा में श्रमिकों को रोजगार देने में राजनांदगांव जिला प्रदेश में अव्वल, 59 हजार 9 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया

Advertisements
Advertisements

मनरेगा के कार्यों में महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक 60 प्रतिशत रही

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जिले में श्रमिकों को रोजगार देने की दिशा में प्रभावी कार्य किए जा रहे हैं। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार के निर्देशन में श्रमिकों के हित में लगातार कार्य किए जा रहे हैं। जिसके कारण आज श्रमिकों को रोजगार देने में राजनांदगांव जिला प्रदेश में पहले नंबर पर है। जिला पंचायत द्वारा 1 हजार 934 प्रस्तावित कार्यों में 59 हजार 9 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, कुंआ निर्माण, नरवा बंधान, शेड निर्माण सहित विभिन्न कार्यों में मनरेगा के तहत श्रमिक कार्य कर रहे हैं। जिले में श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया गया। 

गौरतलब है कि छुरिया विकासखंड के 583 कार्यों में 16 हजार 408 श्रमिक, डोंगरगांव विकासखंड के 272 कार्यों में 7 हजार 597 श्रमिक, डोंगरगढ़ विकासखंड के 580 कार्यों में 16 हजार 279 श्रमिक तथा राजनांदगांव विकासखंड के 499 कार्यों में 18 हजार 725 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। 4500 से अधिक कार्य पूर्व से स्वीकृत हैं। श्रमिकों को नवीन मजदूरी दर 221 रूपए की राशि के अनुसार भुगतान किया जा रहा है। मनरेगा के कार्यों में महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक 60 प्रतिशत रही है। वहीं प्रदेश में सर्वाधिक श्रमिक जिले में कार्यरत हैं। जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों पर विशेष ध्यान देने हुए कार्य किया जा रहा है। भू-जल स्तर में वृद्धि हेतु 2500 परकुलेशन टैंक का  निर्माण किया जा रहा है। वहीं महिला मेट की भागीदारी बढ़ाने के लिए निरंतर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!