रबी की फसल एवं धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसल दलहन, तिलहन को बढ़ावा देने की जरूरत
आगामी खरीफ के लिए कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव
कलेक्टर डोमन सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना, रबी फसल एवं आगामी खरीफ के लिए कार्य योजना बनाने हेतु कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य एवं पशुपालन विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि शासन द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हरसंभव कार्य किए जा रहे हंै। कृषि एवं उससे जुड़े सभी सेक्टर इस दिशा में प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य करें। उन्होंने कहा कि रबी की फसल का रकबा बढ़ाने के साथ ही धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसल दलहन, तिलहन को बढ़ावा देने की जरूरत है। मिलेट मिशन के अंतर्गत लघु धान्य फसलों रागी, कोदो, कुटकी फसल लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने आगामी खरीफ के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए तथा बीज, उर्वरक, आदान सामग्री के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत शासन द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण तथा उसके बिक्री के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने उद्यानिकी विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान सामुदायिक बाड़ी, पलवराईजर, मशरूम उत्पादन, सुपोषण वाटिका, स्माल नर्सरी के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि फल-फूल एवं सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि किसानों को ऋण लेने में परेशानी न हो। इसके लिए सभी विभाग किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए समन्वय करें। उन्होंने सुराजी गांव योजनांतर्गत गौठानों में मल्टीएक्टिीविटी तथा अन्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मत्स्य पालन के लिए मत्स्य बीज उत्पादन, मछुआ सहकारिता, मत्स्य पालन प्रसार अंतर्गत मत्स्य बीज संवर्धन, नाव, जाल के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गौठानों में डबरी निर्माण कर मत्स्य पालन किया जा सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, बायो फ्लॉक विधि, ई-रिक्शा, आईस बाक्स, जलाशयों में केज सहित अन्य गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने पशुपालन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान गौठान में मुर्गीपालन, पशुपालन, बतख पालन जैसी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने नेपियर घास के संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार, उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री राजेश शर्मा, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम सिंह ठाकुर, सहायक संचालक मत्स्य श्रीमती गीतांजलि गजभिए, पशु चिकित्सा विभाग श्रीमती ममता मेश्राम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।