जशपुर : चिरायु ने लौटाई 90 विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों की मुस्कान

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6 हजार कोरवा परिवारों को मिला मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना का लाभ

पालकों ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित चिरायु योजना दूरस्थ अंचल के बच्चों के लिए संजीवनी का काम कर रही है। बच्चों के गंभीर बीमारी को चिन्हांकित करके उनके लिए इलाज की व्यस्था करती है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बच्चों के ईलाज के लिए बड़े से बड़े अस्पताल में भेजा जाता हैं और प्रशासन ईलाज का पूरा खर्च वहन करता है। जिला प्रशासन और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के प्रयास के 90 विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों को चिरायु योजना का लाभ मिला। मुख्यमंत्री हाटबाजार क्लिनिक योजना के तहत 6 हजार विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण करके निःशुल्क दवाई दी गई है।

चिरायु के चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरविंद रात्रे ने बताया कि चिरायु योजना का लाभ देने के लिए बच्चों का चिरायु टीम द्वारा चिन्हांकन किया जाता है और बच्चों का पोर्टल में एंट्री की जाती है। गंभीर बिमारी से ग्रसित बच्चों को रायपुर के बड़े अस्पताल में सफल ऑपरेशन कराया जाता है। बच्चों के पालकों ने बताया कि सफल ऑपरेशन के बाद अब बच्चे स्वस्थ हैं। हंसते खिलखिलाते देखकर खुश होती और आंखे भर आती है। सभी पालकों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सफल आपरेशन के लिए धन्यवाद दिया है।

उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत जिले में 15 चिरायु टीम काम कर रही है। प्रत्येक टीम अपने-अपने विकासखण्ड के आंगनबाड़ी और शासकीय स्कूलों का निरीक्षण माह में दो बार करती हैं। गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चों का चिन्हांकन करके उनके इलाज की सुविधा उपलब्ध कराती है।

डॉ. अरविन्द ने बताया कि जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति के बच्चों का सफल ऑपरेशन कराया गया है। इनमें हॉट एवं तालु की विक्रति की 01 बच्चे, जन्मजात हदय रोग के 06 बच्चे, त्वचा संबंधित रोग के 23 बच्चे, दंत रोग के 11 बच्चे, कान संक्रमण वाले 09 बच्चे, दृष्टि दोष के 13 बच्चे और अतिकुपोषित के 06 बच्चे, रक्तात्पता के 07 बच्चे सहित अन्य रोग के 14 बच्चों का सफल ईलाज कराया गया है। उन्होंने बताया कि बगीचा विकासखण्ड के शिवकुमार और सावित्री बाई जन्मजात हदय रोग से ग्रसित थे। जिसका एम्स अस्पाल रायपुर में सफल ऑपरेशन कराया है।

इसी प्रकार जन्मजात हदय रोग से ग्रसित अनिमा बाई, साहिल बनवासी, आनन्द राम और सुनिता बाई का एमएमसी अस्पताल रायपुर और मनीषा बाई के कटे-फटे होंट का ऑपरेशन श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल रायपुर में कराया गया है।

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