मोदी सरकार 2करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने में असफल भाजयुमो को युवाओ से माफी मांगना चाहिये, भाजयुमो को प्रदेश के युवाओं को बताये कि दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने का वादा का क्या हुआ? – धनंजय सिंह ठाकुर

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भाजयुमो के द्वारा बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर रोजगार दफ्तर घेराव को हास्यपद बताते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजयुमो किस मुहँ से बेरोजगारी भत्ता की मांग रही है उन्हें तो युवाओ को मोदी सरकार से 18 करोड़  रोजगार दिलाने पीएमओ की घेराबंदी करना चाहिये। 2 करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने का वादा करने वालो का बेरोजगारी भत्ता की मांग करना सिर्फ राजनीतिक नौटंकी हैं।इन्हें युवाओ की चिंता नही है बल्कि मोदी की नाकामी कैसे ढंकी जाये इसकी चिंता है। भाजयुमो को बताना चाहिए की दो करोड रोजगार प्रतिवर्ष मोदी सरकार देने वाले थे उसका क्या हुआ?  9 साल में 18 करोड़ हाथों को रोजगार मिलना था उसमें प्रदेश के  37लाख युवाओं को रोजगार मिलता लेकिन 9 साल में मात्र 466 लोगों को मोदी सरकार ने नियुक्ति पत्र देकर युवाओं के साथ कुठाराघात किया है विश्वासघात किया है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि  मोदी सरकार देश के युवाओं को रोजगार देने में असफल और नकारा साबित हुई है दो करोड़ रोजगार मिलना दूर की बात है मोदी सरकार के रोजगार विरोधी नीतियों के चलते  23 करोड़ हाथों से रोजगार छीना गया है बेरोजगारी  के मामले में 45 साल पुरानी स्थिति हैं। 15,000 से अधिक छोटे और मझोले उद्योग चलाने वाले उद्योगपति मोदी सरकार की नीतियों से हताश और परेशान होकर अपना उद्योग बंद करके विदेश चले गए हैं। सरकारी कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है 30 लाख से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती नहीं किया जा रहा है मोदी सरकार बीते 9 साल में युवाओं को नौकरी का झांसा देकर आवेदन पत्र के माध्यम से ही हजार करोड़ रुपए युवाओं से वसूली, बेरोजगार युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने रेलवे में यात्रा के दौरान  छूट दिया जाता था वो बन्द कर दिया गया है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार 5लाख युवाओं को रोजगार देने में सफलता अर्जित की है 2018 में रमन सरकार के दौरान प्रदेश में बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत था आज 2023 में 1 प्रतिशत से नीचे है यह सरकार के द्वारा रोजगार देने  किए गए उपायों का नतीजा है।बेरोजगारी भत्ता पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को आर्थिक रूप से मदद करने दिया जा रहा है साथ में उनके कौशल परीक्षण कार्यकम चलाये जाएंगे और रोजगार की व्यवस्था की जाएगी लेकिन भाजयुमो को बेरोजगारी भत्ता मांगने का अधिकार नहीं है वो 2 को रोजगार प्रतिवर्ष देने का वादा निभाने मोदी सरकार का घेराव करें।

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