हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने की कुछ और इस नीति पर चल रही है मोदी भाजपा की सरकार – कांग्रेस

हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने की कुछ और इस नीति पर चल रही है मोदी भाजपा की सरकार – कांग्रेस

November 23, 2021 Off By Samdarshi News

मोदी सरकार जूता चप्पल और कपड़ा में जीएसटी की दर बढ़ाकर गरीबो को दिए 5 किलो मुफ्त राशन और कोविड टीका का पैसा वसूल रही

केंद्र सरकार कपड़ा और जूता चप्पल पर बढ़ाई गई जीएसटी की दरें वापस लें

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, केंद्र सरकार के द्वारा जूता-चप्पल और कपड़ा पर लगने वाले जीएसटी के दर में की गई बढ़ोतरी को कांग्रेस ने गरीब विरोधी करार दिया और वापस लेने की मांग की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने की कुछ और इस नीति पर केंद्र की मोदी भाजपा की सरकार चल रही है। पहले पेट्रोल-डीजल में 33 रू. और 32 रू. एक्ससाइज ड्यूटी बढ़ाकर 5 रू. सेस लगाकर आम जनता के जेब में डाका डाला गया। जब उपचुनाव में हार का सामना हुआ तब पेट्रोल डीजल में  5 रु एवं 10 रू. की कटौती कर वाहवाही लूटने का काम की। अब दूसरी ओर से कपड़ा जूता-चप्पल के जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी कर आम जनता से पुनः लूटमार की शुरूआत की गई। यह गरीब जनता के साथ धोखा, अन्याय मोदी भाजपा की सरकार कर रही है। बड़े-बड़े मंचों से मोदी ने हवाई चप्पल पहनने वालों को हवाई यात्रा कराने का सब्जबाग दिखाया था वह भी झूठा निकला। अब गरीब हवाई चप्पल खरीदने में भी मोदी निर्मित महंगाई की मार के शिकार होंगे। मोदी सरकार 80 करोड़ गरीब जनता को 5 किलो मुफ्त राशन, मुफ्त कोरोना टीका देने का दावा कर रही थी उसकी पोल खुल गई है अब मुफ्त टीका एवं मुफ्त राशन के दाम वसूलने के लिये हवाई चप्पल जूता एवं कपड़ा में लगने वाले जीएसटी के दर 5 प्रतिशत को बढ़ाकर 12 प्रतिशत की है। कपड़ा जूता चप्पल में पहले 5 प्रतिशत जीएसटी लगता था जो 1000 रु से ऊपर के खरीदी पर लागू होती थी। अब 25 रु का रुमाल खरीदने में भी 12 प्रतिशत जीएसटी देना होगा। मोदी भाजपा सरकार के मनमानी गलत नीतियों पूंजीवादी समर्थन नियत के चलते देश के 80 करोड़ गरीब जनता के हाथों में रोज काम नही है  दो जून के अनाज के लिए संघर्ष कर ही रहे है। अब गरीब का परिवार जूता चप्पल कपड़ों के लिए भी तरसने लगेंगे, जिस प्रकार से मोदी सरकार की नीतियां हैं अब गरीब के बच्चों के पैरों के चप्पल, तन का कपड़ा भी मोदी के मुनाफाखोरी के भेंट चढ़ जाएंगे।