छतीसगढ़ का किसान बदहाल है उनकी चिंता छोड़ मुख्यमंत्री कभी यूपी कभी दिल्ली उड़ जाते है : भाजपा

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सरकार की अव्यस्वस्था से किसानों को भारी नुकसान जल्द खरीदी और मुआवजे की व्यवस्था करे सरकार : डॉ रमन

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि दोबारा हुई बारिश के कारण किसानों के नुक़सान के लिए प्रदेश सरकार ही सीधे-सीधे ज़िम्मेदार है और अब उसे किसानों के नुक़सान की भरपाई करके उनकी पूरी उपज बिना किसी ना-नुकुर के ख़रीदने का एलान करना चाहिए। डॉ. सिंह ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार अपने हठीलेपन से बाज आकर 01 नवम्बर से धान ख़रीदी शुरू कर देती तो किसानों को यह भारी नुक़सान नहीं उठाना पड़ता।

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि ख़ुद को किसान पुत्र बताने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी प्रदेश सरकार ने किसानों को इतनी भारी आर्थिक क्षति में झोंककर अपनी घोर संवेदनहीनता और किसान विरोधी चरित्र का परिचय दिया है। किसानों को सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आने के बाद से लगातार किसानों को प्रताड़ित और आत्महत्या के लिए मज़बूर कर रही प्रदेश सरकार किसानों की पीड़ा से पूरी तरह पल्ला झाड़कर बैठी है। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश में छोटे किसानों की बड़ी संख्या है, जिनके पास कटाई के बाद अपनी उपज के धान को सुरक्षित रखने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, उनके पास कोठार नहीं है और वे धान कटाई और मिंजाई करके सीधे धान बेचते हैं। ऐसे किसानों की विवशता का मुख्यमंत्री बघेल और उनकी सरकार ने खुले तौर पर मज़ाक़ उड़ाया है। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार अब किसानों के लिए बिना कहे मुआवजे की घोषणा के साथ ही किसानों का भीगा पूरा धान प्राथमिकता के आधार पर बिना शर्त ख़रीदने का ऐलान करे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान ख़रीदी की लिमिट ख़त्म करने का जो वादा प्रदेश के किसानों से विधानसभा चुनाव में घूम-घूमकर किया था, प्रदेश सरकार 15 क्विंटल की लिमिट भी ख़त्म करने का ऐलान करे।

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