राजधानी की कानून व्यवस्था बद से बदतर : दुर्गानगर में युवा की दिनदहाड़े हत्या गैगवार का परिणाम, गली गली नशीली सामग्रियों की बिक्री- बृजमोहन अग्रवाल
April 30, 2023पुलिस ने सरकारी संरक्षण में गांजा, शराब, ड्रग्स बेचने गली – गली में डान बनाया है
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
भाजपा विधायक पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कल दुर्गा नगर बस्ती (राजेंद्र नगर )में हुए चाकूबाजी की घटना व हत्या पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वहां कि, यह घटना नशीली सामानों के सौदागरों के बीच हुए गैंगवार का परिणाम है जिसमें एक युवक की जान ले ली। बस्ती की महिलाएं लंबे समय से शासन प्रशासन से मांग कर रही थी कि उनके मोहल्ले में नशीली दवाओं के सौदागरों ने कब्जा कर रखा है और उस बस्ती के युवाओं को नशे के लत में डाल रहे है। मुहल्ले में खुलेआम गाजा ,शराब, ड्रग्स मिल रहा है, मोहल्ले के बच्चों को पेंडलर बनाया जा रहा है। और जो लड़कें माफियाओं की बात नहीं मानते उनके साथ गुंडागर्दी हो रही है । पर नशा माफियाओं के चलते पुलिस प्रशासन ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया और जिसका परिणाम आज एक युवक की हत्या के रूप में सामने आया है।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि रायपुर शहर में बड़े नशा माफियाओं के संरक्षण में चौक, गली में गांजा, शराब, ड्रग्स एवं नशीली पदार्थों को बेचने वाले सक्रिय हैं। शासन प्रशासन जिनके आगे नतमस्तक है। दुर्गा नगर की हत्या की घटना इसी का परिणाम है।
श्रीअग्रवाल ने कहा कि नशे की लत में युवा चौक चौक में चाकूबाजी कर रहे हैं।लोगों की हत्या कर रहे है। और इन नशे के सौदागरो को राजनीतिक व पुलिस संरक्षण के चलते कोई कठोर कार्यवाही नही हो रही है। नशे के सौदागर के शिकायत करने पर पुलिस कार्रवाई के बजाय आवेदकों के नाम अपराधियों को बता रही है और इसी के चलते ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि रायपुर के कालीबाड़ी चौक के आसपास की बस्तियों, टिकरापारा की बस्ती, पुरानी बस्ती , खो-खो पारा का क्षेत्र, रिंग रोड से लगी हुई बस्तियां ,दुर्गा पारा ,संतोषी नगर, जहां गांजा व अवैध शराब के माफियाओं के लिए स्वर्ग बन गया है वही शहर आउटर की सड़के, तालाबों के पार, खुले मैदान ,चौक चौराहे शाम होते ही ओपन बार में तब्दील हो जाती है ।
श्री अग्रवाल ने कहां की शहर में लगातार चाकूबाजी ,हत्या की घटनाएं हो रही है चौक चौक नशीली सामानों की मंडी में तब्दील हो गई है। कार्यवाही करने के बजाय सरकार व पुलिस प्रशासन अपराधियों को खुलेआम संरक्षण दे रहे है,।सरकार ने गांजा, शराब ड्रग्स बेचने व बिकवाने के काम को ही रोजगार मान लिया है, और छत्तीसगढ़ के युवाओं के भविष्य को गर्त में ले जा रही है।