कांग्रेस के हिंदू विरोधी चरित्र के नेतृत्वकर्ता मुख्यमंत्री जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह पद की गरिमा के अनुकूल कतई नहीं है : बजरंग दल को प्रतिबंधित या ठीक कर देने की नहीं, अपितु उससे लगातार प्रेरणा लेने की जरूरत है – भाजपा

कांग्रेस के हिंदू विरोधी चरित्र के नेतृत्वकर्ता मुख्यमंत्री जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह पद की गरिमा के अनुकूल कतई नहीं है : बजरंग दल को प्रतिबंधित या ठीक कर देने की नहीं, अपितु उससे लगातार प्रेरणा लेने की जरूरत है – भाजपा

May 4, 2023 Off By Samdarshi News

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने कांग्रेस के सदबुद्धि यज्ञ पर कटाक्ष कर कहा – इस यज्ञ हवन का प्रसाद मुख्यमंत्री बघेल को भी जरूर भेजें, सद्बुद्धि मिलेगी.

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने कांग्रेस के लोगों द्वारा सद्बुद्धि यज्ञ करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस यज्ञ हवन का प्रसाद वे लोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी जरूर भेजें, इससे सद्बुद्धि मिलेगी।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने कहा कि जिस बजरंग दल को प्रतिबंधित और ठीक कर देने की बातें कांग्रेसी कर रहे हैं, आज उन्हीं से प्रेरणा लेकर वे सद्बुद्धि यज्ञ कर रहे हैं, यह अच्छी बात है। श्री साहू ने कहा कि जो सनातन धर्म की रक्षा की बात करते हैं, गौ सेवा और रक्षा का कार्य करते हैं, भगवा ध्वज को सीने से लगाते हैं, उन्हें प्रतिबंधित या ठीक कर देने की नहीं, अपितु उनसे लगातार प्रेरणा लेने की जरूरत है। श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा-पत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करके इस पर प्रतिबंध लगाने का जो वादा कर्नाटक की जनता से किया, वह उसकी निकृष्टतम राजनीतिक सोच और तुष्टिकरण के साजिशाना इरादे का परिचायक है और इसकी कीमत कांग्रेस को चुकानी ही पड़ेगी।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू

श्री साहू ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल द्वारा बजरंग दल को ठीक करने की बात कहे जाने पर कहा कि चुनावी स्वार्थ में राम नाम की माला जपने वाले कालनेमियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि बजरंगबली ने अंततः कालनेमि की क्या गति की थी ? श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस के हिंदू विरोधी चरित्र के नेतृत्वकर्ता मुख्यमंत्री बघेल अब अपने कुशासन, विफलताओं और वादाखिलाफी पर पर्दा डालकर प्रदेश को भ्रमित कर उकसाने वाली जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह पद की गरिमा के अनुकूल कतई नहीं है।