रोज़गार मेला 2023 में युवाओं को मिली नई राह : बीआइटी दुर्ग में आयोजित किया गया रोज़गार मेला 2023
May 4, 2023शाम पांच बजे तक 2200 युवाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका था, 1354 लोग साक्षात्कार में हो गये थे चयनित
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, दुर्ग
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप जिले के युवाओं को रोज़गार दिलाने जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में आज कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देशन में बी.आई.टी दुर्ग में सृजन रोज़गार मेला 2023 का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन, जिला रोज़गार कार्यालय और कौशल विकास प्राधिकरण के समन्वयन से इस आयोजन हेतु विभिन्न क्षेत्रों से कुल 11 नियोक्ताओं को आमंत्रित किया गया जिसमें से 10 नियोक्ता इस आयोजन में शामिल हुए।
नियोक्ताओं द्वारा लगभग 2500 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए। जिला रोज़गार अधिकारी श्री राज कुर्रे ने बताया कि पिछले आयोजनों में ज़्यादातर युवाओं ने स्थानीय नियुक्तियों पर रुचि दिखाई थी, इस आयोजन में हमनें 2500 में से 1700 पदों पर स्थानीय नियुक्तियाँ सुनिश्चित की है। रोज़गार मेले में 2200 ने पंजीयन किया, 1354 अभ्यर्थी इंटरव्यू तक पहुँच पाने में कामयाब रहे। शाम 5 बजे तक 6 अभ्यर्थियों को नियोक्ताओं से ऑफ़रलेटर प्राप्त किया और 254 अभ्यर्थियों को फाइनल स्क्रीनिंग के लिए चुना गया था।
फाइनल स्क्रीनिंग के लिए चयनित एक छात्र ने बताया कि उन्हें जब रोज़गार मेले की जानकारी मिले तब वह काफ़ी डरे हुए थे। आयोजन की प्रक्रिया बहुत ही सुगम थी जिससे उनका डर कम हुआ।एक और छात्र ओजस्वी ने बताया कि पंजीयन के बाद सभी अभ्यर्थियों की रोज़गार कार्यकाल की टीम द्वारा स्क्रीनिंग की गई, अभ्यर्थियों को उनकी शैक्षणिक योग्यता और रुचि के अनुरूप नियोक्ताओं के पास भेजा गया। यहाँ सभी तरह की सहायता के लिए अलग काउंटर भी बनाये गये, यह बहुत सुविधाजनक था।
इस आयोजन में टर्की की इंट्रनेशनल कंपनी ने भी हिस्सा लिया, इस एयरपोर्ट सर्विस कंपनी ने लगभग 500 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए। कंपनी की एक प्रतिनिधि ने बताया कि सभी आमंत्रित पदों के लिए उन्हें योग्य उम्वीदवार मिल रहे हैं। प्रशासन की तरफ़ से बहुत अच्छा प्रबंधन किया गया है, सभी कुछ व्यवस्थित होने से हम नियुक्ति प्रक्रिया आसानी से कर पा रहे हैं।
इस आयोजन में जिला प्रशासन, रोज़गार कार्यालय दुर्ग के अधिकारी कर्मचारीगण, कौशल विकास प्राधिकरण और बीआइटी प्रबंधन का विशेष योगदान रहा।