मुख्यमंत्री ने किया थिंक बी के नए कार्यालय का शुभारंभ, स्मार्ट क्लासरूम और लैब का किया अवलोकन

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नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहन देने, उनके संवर्द्धन और संरक्षण के लिए बस्तर जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई है थिंक बी परियोजना

आईआईएम रायपुर, टाटा इंस्ट्यिूट ऑफ सोशल र्साइंस मुंबई, आईआईआईटी रायपुर और हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों से युवा उद्यमियों को मिलेगा निःशुल्क मार्गदर्शन

मुख्यमंत्री और अतिथियों ने नारियल और गुड़ के लड्डू का लिया स्वाद

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने एक दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहन देने, उनके संवर्द्धन और संरक्षण के लिए स्थापित किए गए थिंक बी (टेक्नोलॉजी हब एंड इनोवेशन नेटवर्क फॉर नॉलेज बस्तर) के धरमपुरा स्थित शासकीय पॉलीटेक्निक कालेज परिसर में निर्मित नए कार्यालय का शुभारंभ किया। श्री बघेल ने यहां पर स्टार्टअप करने वाले युवाओं से भी मुलाक़ात कर उनके व्यापार की प्रगति और सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही पॉलीटेक्निक कालेज के विद्यार्थियों के लिए निर्मित स्मार्ट क्लास और स्मार्ट लैब का शुभारंभ भी किया।

मुख्यमंत्री ने थिंक बी में स्टार्टअप करने वाले युवाओं से मुलाक़ात की। उन्होेंने लोकाबाज़ार स्टार्टअप के स्टाल पर गौरव कुशवाहा से बस्तर की स्थानीय कलाकृतियों के ऑनलाइन विक्रय की जानकारी ली, मॉम्स फ़ूड के स्टाल पर मनोज साहू से उनके स्पेशल उत्पादों की जानकारी ली और नारियल और गुड़ के लड्डू का स्वाद लिए, ’बस्तर से बाज़ार तक’ स्टाल पर सतेन्द्र सिंह लिहरे के उत्पाद जामुन का स्लाइज व सीताफल शेक का स्वाद लिया और 10 पैकेट का ऑर्डर भी दिया।

उल्लेखनीय है कि नवाचार, स्वरोजगार और उद्यमिता के इच्छुक बस्तर के युवाओं को प्रोत्साहित करने के साथ ही उन्हें आर्थिक, तकनीकी, प्रबंधकीय, कानूनी सहित विभिन्न प्रकार की सहायता के लिए थिंक बी की स्थापना की गई है। ऐसे युवाओं के लिए प्रशासन की ओर से इनोवेशन कम्पनियों की मदद से स्टार्टअप की बुनियादी सुविधाएं, स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहन, प्रौद्योगिकी आधारित व्यापार को स्थापित करने में सहायता के साथ-साथ ऑनलाइन-ऑफलाईन पेपर, किताबें, ऑडियो-वीडियो के माध्यम से प्रशिक्षण सहित केन्द्रीयकृत संगोष्ठी, सम्मेलन, कार्यशाला का आयोजन कर युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने आईआईएम रायपुर, टाटा इंस्ट्यिूट ऑफ सोशल र्साइंस मुंबई, आईआईआईटी रायपुर और हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रायपुर के साथ एमओयू किया है।

आईआईआईटी रायपुर द्वारा स्टार्टअप शुरू करने वाले बेरोजगारों को टेक्निकल जानकारी तथा आईआईएम जैसे संस्थान स्टार्टअप शुरू करने वाले बेरोजगारों को मैनेजमेंट सिखाएंगे तो वहीं टाटा कंपनी बिजनेस की मार्केट वैल्यू, बिजनेस चल पाएगा या नहीं जैसी जानकारी देगी। यहीं नहीं बिजनेस शुरू करने के लिए कानूनी जानकारियां हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट देंगे। यहां स्टार्टअप शुरू करने वाले बेरोजगारों को पूरी तरह से मुफ्त में मार्गदर्शन और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

इस अवसर पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद बस्तर दीपक बैज, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी, संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, विधायक दंतेवाडा श्रीमती देवती कर्मा, विधायक चित्रकोट श्री राजमन बेंज़ाम, महापौर सुश्री सफीरा साहू, नगर निगम अध्यक्ष सुश्री कविता साहू, कलेक्टर रजत बंसल सहित गणमान्यजन प्रतिनिधि व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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