छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था ध्वस्त हर ओर गुंडों की दहशत, काग्रेस नेता भी सुरक्षित नही आम जनता कैसे होगी : राजेश मूणत

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने प्रदेशभर में कानून-व्यवस्था को लगातार मिल रही चुनौती को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। श्री मूणत ने कहा कि जब राजधानी में ही गुंडे-बदमाश सरेराह अपराधों को अंजाम दे रहे हों और प्रदेश सरकार व उसकी पुलिस हाथ-पर-हाथ धरे बैठी हो तो प्रदेश के अन्य हिस्सों का तो भगवान ही मालिक है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री श्री मूणत ने बुधवार की रात राजधानी के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में दो हिस्ट्रीशीटर बदमाशों द्वारा सरेराह एक कांग्रेस नेता के विवाह समारोह से अपनी पत्नी, भतीजों व अन्य परिजनों के साथ लौट रहे थे, की कार पर लाठी से हमला और ठाकुर पर चाकू से वार करके लूट की कोशिश बताती है कि प्रदेश में अपराधियों का दुस्साहस कितना बढ़ गया है और प्रदेश सरकार और पुलिस कितनी लाचार हो गई है!

श्री मूणत ने कहा कि राजधानी में सुपारी किलिंग से लेकर लूटपाट, चाकूबाजी, मारपीट, हत्या की कोशिश और हत्याओं की वारदातें इस तेजी से बढ़ रही हैं कि प्रदेश की राजधानी तक में आम लोगों की सुरक्षा दाँव पर लग गई है और लोगों का घर से निकलना और सुरक्षित वापस घर पहुंचना मुश्किल हो गया है। अब तो राजधानी में कांग्रेस के नेता ही जब सुरक्षित नहीं रह गए हैं और कांग्रेस नेताओं को ही प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था में खामियाँ नज़र आ रही हैं तो अब कहने-सुनने और क्या बचता है?

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री श्री मूणत ने कहा कि प्रदेश सरकार की यह जवाबदेही है कि वह कानून-व्यवस्था का राज कायम करके लोगों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपनी जवाबदेही से आंखें मूंदे बैठी है। श्री मूणत ने पूर्व महापौर तथा मौजूदा निगम सभापति प्रमोद दुबे के उस बयान को भी साझा किया जिसमें पूर्व महापौर ने कहा, ‘उनके (ठाकुर के) साथ अमानवीय घटना हुई । राजधानी में अशोभनीय घटना हुई है। अगर राजधानी, हमारा शहर गुंडे-बदमाशों के चंगुल में फंसा हो तो कोई माई-बाप नहीं बचेगा।’ श्री मूणत ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था के इस आईने में प्रदेश सरकार अपनी बदतर व दागदार हो चुकी शक्ल देख ले, जो गाहे-बगाहे प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था की शेखियाँ बघारती नहीं थकती।

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