कांग्रेस में हर जगह एक फूल दो माली की स्थिति है, गुटबाजी के रोग की शिकार कांग्रेस खोखली हो गयी है, अध्यक्ष के सामने जूतमपैजार, सीएम के सामने हाथापाई कांग्रेस का कल्चर – ओपी चौधरी

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने बिलासपुर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने कांग्रेस की गुटबाजी और हाथापाई पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह कांग्रेस का कल्चर है। मुख्यमंत्री के सामने उनके अनुयायी सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर रहे हैं तो कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष के सामने सन्निर्माण बोर्ड का अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल वरिष्ठ पदाधिकारी अमरजीत चावला से मारपीट करने से नहीं चूके। अध्यक्ष की मजबूरी यह कि कुछ ही दिन में निलंबन वापस ले लिया।

इसीलिये हम देखते हैं कि हर राज्य में एक फूल दो माली जैसी स्थिति है।हमारे छत्तीसगढ़ के जय-वीरू की कहानी ने पूरे देश में खूब ख्याति पाई है।पंजाब में अमरिंदर और सिद्धू का द्वंद सबने देखा।राजस्थान के दोनों पायलट जहाज बिल्कुल विपरीत दिशाओं में उड़ा रहे हैं।जल्द ही कर्नाटक में शिवकुमार और सीता रमैय्या की ऐसी ही कहानी राष्ट्रीय सुर्खियाँ बटोरेगी।वास्तव में यह कांग्रेस का कल्चर बन गया है।

दरअसल कांग्रेस की राजनीति सत्ता लोलुपता की ही राजनीति है,कोई विचारधारा,निष्ठा या राष्ट्र के प्रति समर्पण की राजनीति का कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है।इसलिये येन केन प्रकारेण सत्ता प्राप्त करते ही कांग्रेसी नेताओं के बीच छीना छपटी चालू हो जाती है।

भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस अंतर्कलह से भीतर ही भीतर टूट चुकी है। मुख्यमंत्री सत्ता के अहंकार में जितने फूल रहे हैं, कांग्रेस गुटबाजी के रोग से उतनी ही दुबली हो चुकी है। गुटबाजी की सबसे बड़ी मिसाल यह है कि कांग्रेस का जन घोषणा पत्र बनाने वाले टीएस सिंहदेव ने वादे पूरे न होते देख पंचायत मंत्री के पद का परित्याग कर दिया। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल मुख्यमंत्री की कृपापात्र कलेक्टर को भ्रष्ट बताते रह गए और कोई सुनवाई नहीं हुई। मंत्री  सवाल उठाते हैं लेकिन मुख्यमंत्री जवाब नहीं दे पा रहे। भ्रष्टाचार किस तरह सिर चढ़कर बोल रहा है, उसको लेकर कांग्रेस के अंदर कैसी महाभारत चल रही है, यह जगजाहिर है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम बजट सत्र में सरकार की हकीकत बयां कर चुके हैं। कांग्रेस खोखली हो चुकी है। इसके पूर्व प्रदेश प्रभारी मुख्यमंत्री की कठपुतली थे और मौजूदा प्रभारी को लेकर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को शिकायत है कि उनकी उपेक्षा हो रही है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!