रमन सरकार का 4400 करोड़ का शराब घोटाला और 36 हजार करोड़ का नान घोटाला पूरा प्रदेश को याद है – धनंजय सिंह ठाकुर
May 16, 2023रमन सरकार का मूल काम घोटाला और कमीशन खोरी करना था
रमन सरकार में एकाध घोटाला होता तो उन्हें याद रहता 15 साल में घोटालों की अम्बार लगी थी
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि घोटाला किंग रमन सिंह अपने सरकार के घोटाला पर जवाब देने से भाग रहे। 15 साल में घोटालों का इतिहास रचा है एक से बढ़कर एक घोटाला किया है। पूर्व रमन सरकार ने शराब घोटाला करने शराब में हेराफेरी करने शराब कमीशन खोरी करने 138 साल पुरानी शराब नीति में बदलाव किया था और 4400 करोड़ का शराब घोटाला किया। जिसकी जांच ईओडब्ल्यू में चल रही है और रमन सरकार के खास सिपहसालार रहे समुंद राम सिंह जिसे रमन सरकार ने रिटायरमेंट के बाद 9 बार संविदा में नियुक्ति देकर शराब घोटाला में सहयोग करने के लिए अवसर दिया था वह 2 साल बाद जेल से बाहर आए हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह 4400 करोड़ के शराब घोटाला को पुराना बताकर बरी नही हो सकते उन्हें इसका जवाब देना होगा। रमन सिंह भले भूलने का नाटक कर रहे है पूरे प्रदेश को पता है रमन सिंह की उपस्थिति में हुई कैबिनेट की बैठक में तत्कालीन आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल और एक अन्य मंत्री के बीच शराब की अधिक बिक्री से आयी 1500 करोड़ रु. की कमीशन किस खाते में जायेगा इसको लेकर भारी विवाद हुआ था जिसे स्वयं रमन सिंह को हस्तक्षेप कर शांत कराना पड़ा था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन सरकार का 15 साल का कार्यकाल घोटालों घपलों और कमीशन खोरी का काला अध्याय रहा है। 4400 करोड़ का शराब घोटाला, 36 हजार करोड़ का नान घोटाला, रमन सिंह के दामाद ने सरकारी डीकेएस अस्पताल को गिरवी रखकर घोटाला किया था, इसके अलावा तेंदूपत्ता खरीदी घोटाला, चरण पादुका घोटाला, मोबाइल खरीदी घोटाला, साइकिल खरीदी घोटाला, पीडब्ल्यूडी का घोटाला, वन विभाग का घोटाला, धान खरीदी घोटाला, स्काई वॉक घोटाला, ट्रांसपोर्टिंग घोटाला, परिवहन विभाग में घोटाला परिवहन विभाग के माध्यम से श्री राम और बजरंग बली के नाम से पर्ची बनाकर वसूली करने का मामला भी प्रकाश में आया था। रमन सरकार में इतना घोटाला भ्रष्टाचार हुआ है कि रमन सिंह 15 साल तक निरंतर गंगा स्नान करेंगे तब जाकर घोटालों के महापाप से मुक्ति पायेंगी?