पैसा उगाही मामले में थाना प्रतापपुर पुलिस ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार, प्रकरण में की जा रही फरार आरोपी की पतासाजी.

Advertisements
Advertisements

आरोपियों द्वारा मौके पर छोड़ी गई क्रेटा कार को पुलिस ने किया जप्त.

आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 119/23 धारा 452, 294, 506, 336, 384, 34 भादवि के अन्तर्गत मामला किया गया पंजीबद्ध

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, सूरजपुर

प्रतापपुर : दिनांक 04 जून 23 को वन परिक्षेत्राधिकारी कदौरा विरेन्द्र पाण्डेय ने थाना प्रतापपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 28 मई 23 को इनके मोबाईल पर नए नंबर से फोन करके चुनाव फण्ड के नाम से पैसा की मांग किया गया, तब यह पैसा देने से मना करते हुए फोन काट दिये। 4 जून के शाम को क्रेटा कार सीजी 30 डी 9123 से ग्राम डौरा का अभिषेक गुप्ता अपने साथी के साथ इसके घर में घुसकर प्रदेशाध्यक्ष का पैसा लेने आए है बोला गया तब इसने पैसा देने से मना किया। आरोपियों के द्वारा गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देते हुए ईट का टुकड़ा उठाकर फेंक कर मारे। शोर शराबा की आवाज सुनकर आसपास के लोग आने लगे तो उन्हें देखकर वे अपने क्रेटा कार को छोड़कर मौके से भाग गए। पूर्व में भी फोन कर पैसे की मांग की गई थी। प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 119/23 धारा 452, 294, 506, 336, 384, 34 भादवि के अन्तर्गत मामला पंजीबद्ध किया गया।

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला ने आरोपियों की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। प्रतापपुर पुलिस के द्वारा घटना स्थल पर आरोपियों द्वारा क्रेटा कार को छोड़कर भाग गए थे, उसे जप्त कर सघनता से आरोपियों की पतासाजी करने के दौरान मुखबीर की सूचना एवं नई तकनीक की मदद से आरोपी अभिषेक गुप्ता पिता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता उम्र 33 वर्ष निवासी ग्राम डौरा, थाना पस्ता, जिला बलरामपुर को दबिश देकर पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने अपने साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया, जिसे गिरफ्तार किया गया। वहीं मामले में फरार आरोपी की पतासाजी की जा रही है।

इस प्रकरण की कार्यवाही एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के नेतृत्व में हुई, जिसमें एसआई नवल किशोर दुबे, चौकी प्रभारी खड़गवां विमलेश सिंह, प्रधान आरक्षक रजनीश त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक राजेश यादव, आरक्षक अवधेश कुशवाहा, आरक्षक अरविन्द पाण्डेय, आरक्षक रौशन सिंह सक्रिय रहे।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!