जशपुर : भट्ठा मिट्टी बांध एवं नहर निर्माण से किसानों के लिए वरदान साबित हुई, लगभग 100 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की मिलने लगी सुविधा, धान एवं मिर्ची की फसल उत्पादन कर किसान हो रहे लाभान्वित

जशपुर : भट्ठा मिट्टी बांध एवं नहर निर्माण से किसानों के लिए वरदान साबित हुई, लगभग 100 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की मिलने लगी सुविधा, धान एवं मिर्ची की फसल उत्पादन कर किसान हो रहे लाभान्वित

June 8, 2023 Off By Samdarshi News

भट्ठा नाला मिट्टी बांध नहर निर्माण कार्य होने से ग्राम की जल स्तर में बढ़ोतरी हुई

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

जल संचय एवं भू जल स्तर में वृद्धि करने एवं किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा जिले के नालों में मिट्टी बांध एवं नहर निर्माण कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है।

इसी कड़ी में जल संसाधन विभाग जशपुर द्वारा ग्राम पंचायत भट्ठा में भट्ठा मिट्टी बांध एवं नहर निर्माण कार्य वर्ष 2019-20 में हुआ। मनरेगा योजना अन्तर्गत भट्ठा मिट्टी बांध एवं नहर निर्माण कार्य से किसानों के वरदान साबित हुई है इस बांध के बनने से सिचाई सुविधा में वृद्धि, जल संचय एवं भू जल स्तर में वृद्धि हो रही है। तथा बांध के दोनों तरफ किसानों के भूमि होने से सिचाई की अच्छी सुविधा मिल रही है। एवं नहर कार्य होने से बांध काफी दूरी तक किसानों खेतों की सिचाई सुविधा मिल रही।

उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत भट्टा के ग्रामीणों की आय का मुख्य स्त्रोत कृषि है। भट्ठा नाला मिट्टी बांध नहर निर्माण कार्य होने से ग्राम की जल स्तर में भी काफी बढ़ोतरी हुई है और किसानों की लगभग 100 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की सुविधा मिलने लगी है। अब यहां किसान रबि, एवं खरिफ दोनों समय का फसल का उपज सहजता से किया जा रहा है। तथा किसानों की आय में भी बढ़ोतरी हो रही है। इस क्षेत्र में मिर्ची फसल के लिए काफी उपयुक्त भूमि पाई जाती है। सिचाई सुविधा नही होने से मिर्ची की फसल नहीं हो पाती थी। किन्तु अब भट्ठा मिट्टी बांध एवं नहर निर्माण से लगभग 25 एकड़ भूमि पर मिर्च की फसल लग रही है। जिसे किसानों को काफी लाभ मिल रही है। 

भट्ठा मिट्टी बांध एवं नहर निर्माण कार्य वर्ष 2020 में पूर्ण हुआ और उसी वर्ष किसानों ने मिर्ची की खेती से लाभ लेना शुरू कर दिया। बांध के बनने से किसान महेन्द्र, श्रीनाथ, ललित, प्रेम और सनु अतिरिक्त फसल लगाकर लाखों रुपये की आय प्राप्त कर रहे हैं। बांध निर्माण से धान की रकबा में लगभग 25 हेक्टेयर वृद्धि हुई जो पहले असिंचित थी। आज बांध एवं नहर निर्माण से पूर्ण रूप से सिंचित हो गई। वर्तमान में धान की पैदावार में बढ़ोतरी हुआ है और किसान फसल का लाभ लेकर काफी खुशहाल है।