जशपुर कलेक्टर ने ली महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बाल विवाह नियंत्रण के लिए जागरूकता हेतु प्रचार प्रसार करने किया निर्देशित

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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता के पदों की भर्ती प्रक्रिया समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज महिला व बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता के पदों पर भर्ती प्रक्रिया की परियोजनावार  जानकारी ली। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया समय अवधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए तथा भर्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं होने के कारण बताने कहा। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला व बाल विकास विभाग श्री अरुण पाण्डेय, सीडीपीओ और सुपरवाईज़र्स शामिल हुए।

कलेक्टर ने जिले में बाल विवाह नियंत्रण की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पूरी जवाबदेही के साथ कार्य योजना बनाकर बाल विवाह नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान चलाने कहा जिससे समाज के लोग जागरूक हो सके और बाल विवाह नियंत्रण हो सके। उन्होंने परियोजनावार आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने पानी व्यवस्था, शौचालय व्यवस्था, विद्युतीकरण, एवं साफ-सफाई व्यवस्थाओं की जानकारी ली तथा जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली पहुंचना संभव नहीं है ऐसे आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची उपलब्ध कराने कहा जिससे सोलर लाइट की व्यवस्था किया जा सके। उन्होंने जो आंगनबाड़ी केंद्र जीर्ण , शीर्ण हो गए उन्हें मरम्मत करने के निर्देश दिए।कलेक्टर डॉ. मित्तल ने  जिले के सभी ब्लॉक में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र को नियमित समय पर खोलने तथा गुणवत्तापूर्ण भोजन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी में बच्चों को गर्म भोजन के साथ अतिरिक्त पोषण आहार में अंडा, रेडी टू इट दिए जा रहे हैं।जशपुर जिले में कुपोषण को हटाना है उन्होंने कहा कि बच्चों के परिजनों को भी पोषण युक्त आहार की जानकारी दें और उसका पालन करने प्रेरित करें। साथ ही साथ सुपोषण अभियान के तहत सुपोषण चौपाल आयोजित करने के लिए कहा, ताकि आमजनों तक सीधी जानकारी पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में  सुपोषण चौपाल का आयोजन किया जाए, जिससे गांव के लोगों से परिचय सके और  वे खान-पान के प्रति जागरूक  हो सके।

कलेक्टर ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुपरवाईजर को चिरायु टीम के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों को लाभ दिये जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हुए चिन्हांकत बच्चों का एनआरसी के माध्यम से लाभ देने के लिए कहा है। उन्होंने बच्चों के स्किन डिसीज, दंत रोग, कान इंफेक्शन सहित अन्य रोग के संबंध में चिरायु टीम को जानकारी देने कहा है जिससे उसका उपचार किया जा सके। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं की जानकारी ली तथा योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को देने के निर्देश दिए हैं।

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