जशपुर जिले में आयुष पद्धति द्वारा ईलाज से मिल रही गंभीर बीमारी से निजात : त्वचा रोग से प्रभावित 7 वर्ष की बच्ची 1 महीने के ईलाज के बाद हुई बिल्कुल स्वस्थ

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विगत सप्ताह तक 2641 रोगियों का निः शुल्क उपचार व औषधि दिया गया

हाट-बाजार एवं सियान जतन क्लीनिक के माध्यम से 295 रोगियों को किया गया है लाभान्वित

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

जिला जशपुर में आयुष विभाग के अंतर्गत कुल 58 संस्थायें  जैसे-आयुष पॉलीक्लीनिक आयुवेग स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर, आयुर्वेद ,होम्योपैथी औषधालय, सीएचसी,पीएचसी में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी संस्था संचालित है और आयुर्वेद दवाईयों से लोगों को मिल रहा गंभीर बीमारी से निजात मिल रहा है। जिससे लोग आयुर्वेद दवाइयों का उपयोग कर स्वस्थ हो रहें है और काफी खुश है।

जिला आयुर्वेद कार्यालय जशपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत सप्ताह तक कुल 2641 रोगियों को औषधि वितरण कर निःशुल्क उपचार किया गया। साथ ही पंचकर्म क्रिया नाड़ी स्वेद, सर्वांद स्वेद, नस्य एवं शिरो धारा के द्वारा कुल 76 रोगियों की जांच कर ईलाज किया गया। विभाग द्वारा मुख्य रूप से जीर्ण वात व्याधि, ज्वर, संधिवात, त्वचा विकार, पाददाह, गृध्रसी, जीर्ण श्वास रोग, दौर्बल्यता, जीर्ण काश रोग एवं उदर रोग की सफलता पूर्वक ईलाज किया गया। हाट-बाजार एवं सियान जतन क्लीनिक के माध्यम से कुल 295 रोगियों को लाभान्वित किया गया है।

जिले में कुल 03 आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर संचालित है। जहां संस्थाओं द्वारा 293 हितग्राहियों को योगाभ्यास के साथ ही 159 हितग्राहियों को काढ़ा वितरण कराया गया है। इसके साथ ही सूचना, शिक्षा एवं संचार  के माध्यम से पाम्पलेट द्वारा भी लोगो को अधिक संख्या में आयुष चिकित्सा पद्धति द्वारा उपचार हेतु सफलता पूर्वक जागरूक किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुनकुरी में पदस्थ डॉ. दिव्य शिखा होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी के द्वारा त्वचा विकार का सफलता पूर्वक ईलाज किया गया। संस्था में कुछ समय पूर्व त्वक रोग से प्रभावित 7 वर्ष की छोटी बच्ची जिसके सिर पर विगत 01 माह से तेज खुजली, लालिमा युक्त पके हुए दाने, एवं जलन की शिकायत थी। इसके साथ ही बांह छाती एवं पेट पर भी खुजली एवं छोटे-छोटे दाने पाये गये थे। इसके लिये इन्होंने कई जगह ईलाज कराया पर लाभ प्राप्त नहीं हुआ। जिस कारण इन्होंने आयुष पद्धति से ईलाज कराना चाहा। जिस हेतु उन्होनें सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र कुनकुरी में पदस्थ होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी से संपर्क किया और 01 महीने के ईलाज के बाद उन्हें लाक्षणिक रूप से पूर्णतः लाभ हुआ साथ  ही सिर, छाती, पेट एवं बांह सभी जगह के पके हुए दाने एवं फुंसी पूर्णतः ठीक हो गये और अब वह बिल्कुल स्वस्थ है।

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