मोदी सरकार के 9 साल में भाजपा कार्यकर्ता भी ठगा महसूस कर रहे हैं, नौकरी न रोज़गार, केंद्रीय संस्थानों में शिक्षा भी पहुंच से बाहर, कार्यकर्ता मन की बात सुने, फ़ोटो भेजे, ट्रोल करें और झूठा यशोगान करते रहें, सत्ता संसाधान केवल चंद पूंजीपति मित्रों को समर्पित – सुरेंद्र वर्मा

मोदी सरकार के 9 साल में भाजपा कार्यकर्ता भी ठगा महसूस कर रहे हैं, नौकरी न रोज़गार, केंद्रीय संस्थानों में शिक्षा भी पहुंच से बाहर, कार्यकर्ता मन की बात सुने, फ़ोटो भेजे, ट्रोल करें और झूठा यशोगान करते रहें, सत्ता संसाधान केवल चंद पूंजीपति मित्रों को समर्पित – सुरेंद्र वर्मा

June 28, 2023 Off By Samdarshi News

मोदी के मन की बात से ऊब चुके थे कार्यकर्ता, अब नड्डा के कार्यक्रमों के सार्वजनिक प्रसारण का वीडियो/फ़ोटो भी अपलोड करने का फ़रमान

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ती असमानता से जूझ रहे आम जनता के साथ ही भाजपा के कार्यकर्ता भी मोदी राज के 9 वर्ष में अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है। ना नौकरी है, ना रोजगार, महंगाई ऐतिहासिक रूप से शिखर पर है, गरीबी और भुखमरी दिनोंदिन बढ़ रही है अच्छे दिन की आस तो अब अंधभक्तों की भी टूटने लगी है। मोदी राज में केंद्र की सत्ता और देश के संसाधन केवल चंद पूंजीपतियों के लाभ के लिए ही समर्पित है। भाजपा के कार्यकर्ताओं के जिम्में तो बस मन की बात सुनो, फोटो अपलोड करो और सोशल मीडिया में झूठी उपलब्धि के कंटेंट प्रसारित करते रहो, खबरदार जो किसी तरह के अधिकारों की बात कही तो देशद्रोही करार दिए जाओगे। पहले तो केवल मोदी जी के मन की बात सुनकर फोटो अपलोड करना पड़ता था अब तो भाजपा कार्यकर्ता इस बात से व्यथित है कि नड्डा जी के कार्यक्रम के सार्वजनिक प्रसारण का वीडियो/फ़ोटो भी अपलोड करने कहा जा रहा है। भाजपा के ही कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर भी नाराजगी हैं कि पहले तो केंद्रीय विद्यालयों में स्थानीय सांसदों का कोटा हुआ करता था जिसके चलते छोटे कार्यकर्ताओं के परिजनों का भी केंद्रीय  विद्यालयों में प्रवेश हो पाता था अब तो मोदी सरकार ने वह भी खत्म कर दिया है। रोज़गार के अवसर लगातार घट रहे हैं। 

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि मोदी सरकार के 9 साल देशवासियों के लिए भयानक त्रासदी से कम नहीं है। एक तरफ जहां दैनिक उपभोग की वस्तुओं को भी भारी भरकम कर के दायरे में रखे जाने की वजह से कुल कर संग्रहण 3 गुना अधिक हो गया वही देश पर कुल कर्ज का भार भी 2014 की तुलना में 3 गुना बढ़ गया है। कर संग्रहण 3 गुना अधिक होने के बावजूद भी कुल कर्ज भी 3 गुना अधिक बढ़ना इस बात का प्रमाण है कि देश के संसाधन और आमदनी केवल चंद लोगों के मुनाफे की भेंट चढ़ाई जा रही है। गरीब और गरीब होते जा रहे हैं और मोदी सरकार के संरक्षण में कुछ पूंजीपति मित्रों की संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है। 8 करोड़ किसानों के खातों में सवा दो लाख करोड़ देकर एहसान जताना तो याद रहा, लेकिन डीजल पर 10 गुना सेंट्रल एक्साइज से वसूले गए 32 लाख करोड़ भूल गए? पोटास की कीमत 800 से सीधे 1700 अर्थात 112 प्रतिशत मुनाफाखोरी भी भूल गए? कृषि उपकरण खाद बीज कीटनाशकों पर 12, 18, 28 परसेंट की भारी भरकम जीएसटी की वसूली भी भूल गए? चंद पूंजीपतियों के 15 लाख़ करोड़ से अधिक का लोन चुपचाप राइट ऑफ कर दिए। अब तो भाजपा का आम कार्यकर्ता भी मोदी सरकार के पूंजीवादी व्यवस्था की खामियों को देख, समझ और भोग रहा है। अब वक्त आ गया है जैसे शाइनिंग इंडिया के फर्जी नारों के साथ अटल सरकार का अंत हुआ था, 2024 में झूठ और जुमलों की मोदी सरकार का भी अंत हो जाएगा।