छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी ने विद्युत उत्पादन में बनाया देश में पहला स्थान : सीएसपीजीसीएल के देश के स्टेट सेक्टर के 33 संयंत्रों में पहुंचा टॉप पर

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सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने जारी की 2023 के पहली तिमाही की रैंकिंग, मुख्यमंत्री व चेयरमेन ने दी बधाई

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी ने देशभर में सर्वश्रेष्ठ विद्युत उत्पादन के मामले टॉप पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार का उपक्रम सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण) नई दिल्ली ने विभिन्न प्रदेशों के 33 स्टेट सेक्टर में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी को बेहतर परफार्मेंस के लिए पहली तिमाही में पहली रैंकिंग दी है। जनरेशन कंपनी की क्षमता 2840 मेगावाट है, जिसमें 85.71 प्रतिशत पीएलएफ (प्लांट लोड फैक्टर) के साथ यह स्थान हासिल किया है। पीएलएफ का आशय है जितनी क्षमता है, उसका कितना प्रतिशत विद्युत उत्पादन किया गया। छत्तीसगढ़ ने पहली बार देश में सर्वाधिक क्षमता से विद्युत उत्पादन का यह कीर्तिमान बनाया है।

केंद्र सरकार का उपक्रम सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण) नई दिल्ली हर तीन महीने में रैंकिंग जारी करता है। देशभर के 33 स्टेट सेक्टर में औसत पीएलएफ 66.97 प्रतिशत है, जबकि छत्तीसगढ़ के संयंत्रों ने 85.71 प्रतिशत विद्युत उत्पादन किया गया। पूरे भारत में सभी थर्मल पॉवर प्लांटों का औसत पीएलएफ 70.02 प्रतिशत रहा। यानी सभी संयंत्रों से अधिक उत्पादन छत्तीसगढ़ के संयंत्रों में हुआ। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल तथा ऊर्जा एवं वित्त विभाग के सचिव व पॉवर कंपनी के चेयरमेन श्री अंकित आनंद ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। 

जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री संजीव कुमार कटियार ने बताया कि यह पहली तिमाही अप्रैल-मई-जून के उत्पादन के आधार पर रैंकिंग हासिल की गई है। इस दौरान प्रदेश में भीषण गर्मी की स्थिति थी। सभी राज्यों में बिजली की बहुत अधिक मांग थी। छत्तीसगढ़ में 18 अप्रैल को बिजली की मांग 5878 मेगावाट तक पहुंच गई थी। ऐसी परिस्थिति में जनरेशन कंपनी के संयंत्रों ने लगातार बिना रूके कार्य किया और प्रदेश में बिना पॉवर कट के निर्बाध विद्युत आपूर्ति जारी रखी। उन्होंने कहा कि जनरेशन कंपनी के सभी संयंत्रों ने तमाम चुनौतियों के बावजूद बेहतर प्रदर्शन किया है, इसका श्रेय अधिकारी-कर्मचारियों को जाता है। खासकर इस वर्ष हसदेव ताप विद्युत संयंत्र कोरबा पश्चिम, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत संयंत्र (डीएसपीएम) कोरबा पूर्व तथा अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र मड़वा ने बेहतर उत्पादन किया है। 1984 में स्थापित हसदेव ताप विद्युत संयंत्र कोरबा पश्चिम के यूनिट क्रमांक 04 ने 162 दिन 12 घंटे बिना थमे विद्युत उत्पादन का रिकार्ड बनाया है, पहले इस यूनिट से अधिकतम 111 दिन 9 घंटे तक ही लगातार विद्युत उत्पादन हुआ था।

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