सफलता की कहानी : रवैल एक्का उत्साह के साथ गम्हरिया धान खरीदी केन्द्र में अपना धान बेचने पहुंचे, विगत वर्ष भी 117 क्विंटल 40 किलोग्राम बेचा था धान
December 1, 2021राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अन्तर्गत खाते में मिली थी 60 हजार रूपए की राशि, राज्य शासन और जिला प्रशासन के प्रति जताया आभार
समदर्शी न्यूज़ ब्यरो,
जशपुर. धान खरीदी शुरू होते ही जशपुर जिले के छोटो, बड़े, सीमांत कृषकों में धान बेचने के लिए काफी उत्साह देखा जा रहा है। किसान अपने नजदीक के धान खरीदी केन्द्र में अपना धान बेचने पहुंच रहें हैं। किसानों को धान बेचने के लिए जिला प्रशासन ने पहले ही टोकन जारी कर दिया है। जशपुर विकासखण्ड के लोदाम निवासी किसान रवैल एक्का खुशी के साथ गम्हरिया धान खरीदी केन्द्र में धान बेचने पहुचे थे। उन्होंने बताया कि उनका कुल 17 एकड़ कृषि भूमि है। इस वर्ष 117 क्विंटल 60 किलो धान विक्रय करेंगे। विगत् वर्ष भी उन्होंने गम्हरिया धान खरीदी केन्द्र में 117 क्विंटल 40 किलो धान बेचा था और राज्य शासन ने उन्हें राजीव गांधी किसान न्याय के तहत् 03 किस्तों में 60 हजार रूपए की राशि उनके खाते में अंतरित की गई है। किसान ने इसके लिए राज्य शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
किसान रवैल ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक योजना है। उन्होंने बताया कि जब से योजना की शुरूआत की गई है तब से योजना का लाभ ले रहें हैं और उन्हें सोसायटी में धान बेचने से अच्छा मुनाफा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि धान बेचने से मिलने वाली राशि का उपयोग अपने घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ खेती-बाड़ी के काम में भी लगाते हैं। उन्होंने बताया कि अपनी सुविधा अनुसार स्थानीय बाजार से मात्र 11.50 रू. में बारदाना खरीदा है। जिससे उनको बारदाने में किसी भी प्रकार की समस्या नही हो रही है।
गम्हरिया के सोसायटी प्रबंधक राजेश कुमार साहू ने बताया कि गम्हरिया धान खरीदी केन्द्र में कुल 1735 किसानों अपना पंजीयन कराया है। केन्द्र में पर्याप्त मात्रा में बारदाने उपलब्ध है। पीडीएस बारदाने 25450 और मिलर्स बारदाने 1500 उपलब्ध हैं। किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी नही हो रही है। उन्होंने बताया कि किसान यदि स्वेच्छा से अपना बारदाना बेचना चाहते हैं तो शासन की ओर से किसानों के खाते में 18 रू. प्रति बारदाने के मान से राशि दिया जाएगा।