कुनकुरी विकासखण्ड के फरसाकानी महात्मा गांधी ग्रामीण औद्यौगिक पार्क में टाऊ प्रसंस्करण प्रारंभ

July 31, 2023 Off By Samdarshi News

ज्योति स्व सहायता समूह की महिलाएं प्रशिक्षण लेकर टाऊ का आटा, गेहू का आटा, सूजी, मैदा और पास्ता का कर रहे हैं उत्पादन

टाऊ का आटा फलाहार होने से बाजारों में इसकी अधिक है मांग

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजना से जिले में विभिन्न गतिविधियॉ संचालित की जा रही है और महिलाओं एवं ग्रामीणों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर लोगों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध हो इस हेतु गौठानों में रीपा के तहत् अनेक मल्टीएक्टीविटी की जा रही है और स्थानीय महिलाओं को समूह के रूप में विकसित कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है साथ ही प्रशिक्षण पश्चात् रोजगार जोड़ा जा रहा है। 

इसी कड़ी में कुनकुरी विकासखंड के फरसाकानी महात्मा गांधी ग्रामीण उद्योगिक पार्क में टाऊ प्रसंस्करण प्रारंभ किया गया है। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के दिशा-निर्देश एवं सीईओ जिला पंचायत श्री संबित मिश्रा के मार्गदर्शन तथा तकनीकी सहयोगी संस्था वैदिक वाटिका जशपुर का सहयोग लेकर  फरसाकानी महात्मा गांधी ग्रामीण उद्योगिक पार्क में ज्योति स्व सहायता समूह के महिलाएं टाऊ प्रोसेंसिंग का प्रशिक्षण लेकर के टाऊ का आटा विगत 05 दिनों से बनान प्रारंभ कर किए हैं।

तकनीकी सहयोगी संस्था वैदिक वाटिका जशपुर के श्री समर्थ जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि ज्योति स्व सहायता समूह के 10 महिलाओं के साथ अन्य समूह के महिलाएं भी जुड़कर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में आटा उत्पादन की क्षमता 400 किलोग्राम है। जब पूरी मशीने चलने लगेंगी तो इसकी क्षमता में वृद्धि होगी। जिले में टाऊ की खेती बहुयात उगाया जाता है। टाऊ प्रसंस्करण केन्द्र नहीं होने से यहॉ के लोगों को इसका फायदा नहीं मिलत पाता है।  प्रसंस्करण केन्द्र नहीं होने के कारण किसान इससे 40 से 50 रूपए किलो में मोटा टाऊ को सस्ते दामों में बचते हैं। जब कि यह टाऊ का आटा फलाहार होता है जिससे इसकी मांग  बाजारों अधिक रहती है और यह रिटेल में 130 से 140 रूपए किलो बिकता है। उन्होंने बताया कि जिले में दो जगह टाऊ प्रसंस्करण केन्द्र फरसाकानी और पण्डरापाठ में लगवाएं गए हैं। फरसाकानी रीपा केन्द्र में महिलाएं आटा का उत्पादन तो कर ही हैं साथ में टाऊ का आटा, गेहू का आटा, सूची, मैदा उत्पादन के साथ-साथ मिलेट पास्ता भी बना रहे हैं। समूह द्वारा आटा और टाऊ का आटा बचने के साथ ही उससे पास्ता बनान के भी बेच रहे हैं। जो कि सामान्य पास्ता से काफी ज्यादा सेहतमंद है। टेस्ट में भी काफी ज्यादा है। उन्होंने बताया वैदिक वाटिका द्वारा समूह के महिलाओं को आटा बनाने और टाऊ से आटा बनाने का प्रशिक्षण विगत एक माह दिया दिया जा रहा है। समूह के महिलाओं ने प्रशिक्षण लेकर उत्पादन कार्य की शुरुआत कर दी है।

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