रास्ता रोककर लूट करने वाले एक फरार आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, आरोपी ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर बीस हजार रूपये की लूट की वारदात को दिया था अंजाम, भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में.

Advertisements
Advertisements

आरोपी कुमार ऊर्फ रोबोट उम्र 20 वर्ष निवासी पुटपुरा थाना जांजगीर के विरूद्ध जांजगीर पुलिस द्वारा अपराध क्रमांक 431/23 धारा 394,341,34 भादवि के अंतर्गत की गई कार्यवाही

आरोपी लूट कारित कर घटना दिनांक से अपने साथी सहित था फरार, प्रकरण का एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी पता तलाजारी है

आरोपी के कब्जे से बरामद – लूट का शेष नगदी 1000/- रुपये, घटना में प्रयुक्त एक नग चाकू, एक नग मोबाइल

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चांपा

जांजगीर-चांपा : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 29 जून 23 को प्रार्थी अजय कुमार कुशवाहा निवासी बनारी ने थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया था कि दिनांक 29 जून 23 को शाम के समय राशन लेने पुटपुरा गया हुआ था। वापस आते समय रास्ते पुटपुरा नाला के पास पुटपुरा निवासी कुमार ऊर्फ रोबोट और उसका एक अन्य साथी प्रार्थी के मोटर सायकल को सामने से रोककर हाथ मुक्का से मारपीट करते हुए चाकू दिखाकर डराते हुए, प्रार्थी के पेंट के जेब में रखे 20,000/-रूपये को लूट कर ले गए है। जिसकी रिपोर्ट पर थाना जांजगीर में आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 431/23 कायम कर विवेचना प्रारंभ किया गया।

आरोपियों द्वारा घटना घटित कर अपने सकुनत से फरार था, जिसकी लगातार पता तलाश किया जा रहा था। मुखबिर से सूचना प्राप्त हुआ कि कुमार उर्फ रोबोट अपने घर पुटपुरा आया हुआ है, जिसकी सूचना पर आरोपी के निवास स्थान पर घेराबंदी कर आरोपी  को पुलिस हिरासत में लेकर बारीकी से पूछताछ करने पर, अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर प्रार्थी से 20,000/-रूपए लूट करना अपना जुर्म स्वीकार किया। आरोपी द्वारा अपने मेमोरंडम में लूट किए 20 हजार को आपस में 10-10 हजार रुपए बांटना तथा बटवारा 10 हजार रुपए में से 09 हजार खर्च करना बताया जाने से आरोपी के कब्जे से लूट की रकम में से बचा हुआ 1,000/- रूपए को गवाहों के समक्ष बरामद किया गया, शेष रकम को खर्च करना बताया। प्रकरण का एक अन्य आरोपी फरार है जिसकी पता तलाश जारी है।

आरोपी कुमार ऊर्फ रोबोट उम्र 20 वर्ष निवासी पुटपुरा के विरुद्ध अपराध धारा सदर का सबूत पाए जाने से विधिवत को गिरफ्तार कर दिनांक 06 अगस्त 23 को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं। इस प्रकरण की कार्यवाही मेनिरीक्षक अशोक वैष्णो,  प्रधान आरक्षक अवधेश तिवारी व अन्य स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!