देशदेखा में गुरूवार से चार दिवसीय यूथ कनेक्ट फेस्टिवल की शुरुआत : झारखंड, ओडिशा, राजस्थान और असम सहित 11 राज्य से पहुंचे युवा

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एनआईटी , आईआईएम कॉलेजों के 42 प्रतिभागी शामिल, सीईओ ने बढ़ाया प्रतिभागियों का उत्साह

युवाओं को आपस में एक दूसरे से जोड़ने विभिन्न पर्यटन स्थलों की जानकारी एक दूसरे से साझा करने सहित कई उद्देश्य को लेकर यह फेस्ट का आयोजन किया जा रहा है

फ्रांस से पहुंचे इंस्ट्रक्टर जैस्मिन जोंस और प्रतुल जैन पूरे फेस्ट में प्रतिभगियों को गाइड करेंगे

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के मार्गदर्शन में जिले को पर्यटन के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए जिले के प्रसिद्व पर्यटन स्थल में से एक देशदेखा में चार दिवसीय यूथ कनेक्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी आज से शुरुआत हो गई है। यह फेस्टिवल 7 सितंबर से 10 सितंबर तक चलेगा। जिसमें झारखंड, ओडिशा, राजस्थान और असम सहित 11 राज्य के 42 युवा प्रतिभागी शामिल हैं। युवाओं को आपस में एक दूसरे से जोड़ने विभिन्न पर्यटन स्थलों की जानकारी एक दूसरे से साझा करने सहित कई उद्देश्य को लेकर यह फेस्ट का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें फ्रांस से पहुंचे इंस्ट्रक्टर जैस्मिन जोंस और प्रतुल जैन पूरे फेस्ट में प्रतिभगियों को गाइड करेंगे। साथ ही सभी गतिविधियों में अपना सहयोग देंगे। इस चार दिवसीय यूथ कनेक्ट फेस्टिवल के शुभारंभ के दौरान जनपद पंचायत सीईओ लोकछित भगत, संजीव शर्मा सहित प्रतिभागी मौजूद रहे।

फेस्टिवल के उद्घाटन सत्र के दौरान सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सीईओ संबित मिश्रा ने कहा कि जिले में पर्यटन हिंदी गाने को प्रोत्साहित करने तथा यहां की कला, संस्कृति, रीति रिवाज, खान पान की ऐतिहासिक परंपरा है जिसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए देश के 11 प्रदेश के युवाओं को आमंत्रित किया गया है। प्रतिभागियों को प्रकृति के साथ कनेक्ट करने और उनके व्यक्तित्व विकास के लिए प्रतुल जैन और जैस्मिन विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं जो विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सभी को एक विशिष्ट अनुभव कराएंगे।

वही आयोजन समिति के सदस्य विनोद कुमार गुप्ता, प्राचार्य संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर ने सभी प्रतिभागियों को यहां का परिचय बताते हुए कहा कि जशपुर पूरे भारत का एकमात्र ऐसा जिला जहां हिमालयन की तराई वाले क्षेत्र के शीतल से लेकर राजस्थान तक के मरूस्थलीय क्षेत्र की गर्मी तक सभी प्रकार के मौसम पाया जाता है। प्रकृति के इस वरदान को दिखाने और इसे संरक्षित करने शासन-प्रशासन कार्य कर रही हैं। उन्होनें कहा कि हरियाली से भरपूर जशपुर जिले में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, यहां रहना, घूमना सब चीज एक अनोखा अनुभव साबित होगा।

आयोजक समिति के मेम्बर सौरभ सिंह ने बताया कि यहाँ आए प्रतिभागी देशदेखा सहित जशपुर की खूबसूरती, हंसी वादियां, खूबसूरत घाटिया देखने के साथ ही जंगलों के बीच कैंप लगाकर रात बिताएंगे। दरअसल जिला प्रशासन के सहयोग से प्लेस ऑफ पॉसिबिलिटी द्वारा जशपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। जिसमें ट्रिपी हिल्स और देशदेखा पर्यटन स्व सहायता समूह भी अपना सहयोग दे रहे हैं। चार दिनों तक चलने वाली इस फेस्टिवल में ग्रुप एक्टिविटी, अलाव और संगीत सत्र के साथ कैम्पिंग, ट्रेकिंग, स्टारगेजिंग और कहानी सुनाने की गतिविधियाँ शामिल हैं। वही इन चार दिनों में प्रतिभागियों को जशपुर की स्थानीय खान-पान स्वादिष्ट व्यंजन ही परोसा जाएगा। खास बात यह है यहां स्थानीय भोजन समूह द्वारा बनाए गए दोनों-पत्तल में परोसा गया। खाने में करील जैसे स्थानीय व्यंजन शामिल थे जो बांस के अंकुर द्वारा बनाए गए थे। स्थानीय चटनी जैसे और अन्य व्यंजन जैसे दाल, मिक्स वेज और चावल भी परोसे गए। इस तरह पूरे आयोजन के दौरान स्थानीय व्यंजन ही परोसा जाएगा। साथ ही नाश्ते में रागी, कोदो, ज्वार और कुटकी से बने ही व्यंजन ही दिए जाएंगे।

देशदेखा को पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन और शासन द्वारा कई आयोजन किए जा रहे हैं।यहाँ आए प्रतिभागी कैंपिंग के साथ लाइव म्यूजिक, बोनफायर, स्टोरी टेलिंग आदि का भी आनंद लेंगे।

उल्लेखनीय है कि देशदेखा में प्रतिभागियों के ठहरने के लिए कैंपिंग की व्यवस्था जिला प्रशाशन द्वारा कराया गया है। साथ ही कैंपिंग साइट में मूलभूत सुविधाएँ जैसे शौचालय, सोलर लाईट आदि भी जिला प्रशासन द्वारा मुहैया कराई गई है। कैम्प साइट देशदेखा पर्यटन समूह द्वारा संचालित की जा रही है, जिससे की स्थानीय लोगों को रोज़गार भी उपलब्ध हो रहा है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जिले को प्रदेश का आक्सीजोन घोषित करने के लिए पर्यटन हब के रूप में विकसित करने का हरसंभव सहायता दे रहें हैं। जिले के मयाली में वाटर और एयर एडवेंचर का अनुभव लेने के लिए संसाधन विकसित किया गया है। वही यहां कई जलप्रपात भी हैं और देशदेखा सभी को प्रकृति के और करीब ले जाएगा आपको। उन्होनें कहा कि यहां आपलोग स्वयं को बादलों के बीच पाएंगे। देशदेखा से मयाली और मधेश्वर महादेव की प्राकृतिक सौंदर्य देखा जा सकता हैं। शहर से करीब 12 किमी दूर स्थित देशदेखा में सूर्यास्त के विहंगमश्य को देखा जा सकता है। करीब 1300 फीट की उंचाई से सूर्यास्त का नजारा यहां देखना प्रकृति के साथ खुद को जोड़ने जैसा हैं

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