‘दनगरी सामूहिक दुष्कर्म’ और ‘जन्माष्टमी त्यौहार को बाधित करने’ के विरोध में भाजपा ने घेरा विधायकों का निवास एवं कार्यालय, आरोपितों की गिरफ्तार न होने पर कांग्रेस विधायकों पर लगाया राजनैतिक संरक्षण देने का आरोप !

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विधायक विनय भगत के निवास के पास महिलाओं ने सड़क पर धरना देकर की नारेबाजी.

आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर हजारों लोगों के साथ सड़क में उतरने की दी चेतावनी.

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

जशपुरनगर/कुनकुरी : दनगरी में महिला शिक्षक से हुए सामूहिक दुष्कर्म और दुलदुला ब्लाक के सिमड़ा पंचायत के डूमरबहार में जन्माष्टमी त्यौहार के आयोजन को बाधित करने के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कुनकुरी के विधायक और संसदीय सचिव यूडी मिंज और जशपुर के विधायक विनय भगत के निवास का घेराव किया। जशपुर में शहर के सन्ना रोड में स्थित विधायक विनय भगत के निवास का घेराव का नेतृत्व सांसद गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रायमुनी भगत, पूर्व मंत्री गणेश राम भगत, पूर्व प्रदेश महामंत्री कृष्ण कुमार राय, महिला मोर्चा अध्यक्ष ममता कश्यप ने सम्हाला। यहां विधायक निवास का घेराव करने की जिम्मेदारी भाजपा की महिला मोर्चा को दिया गया था। घेराव आंदोलन में शामिल होने के लिए जिले भर से पार्टी की महिला कार्यकर्ता जुटी थी।

दोपहर लगभग 2:00 बजे जिला भाजपा कार्यालय से विधायक निवास का घेराव करने के लिए रैली की शक्ल में महिलाएं भाजपा कार्यालय से निकली। भाजपा कार्यालय से हनुमान मंदिर चौक, महाराजा चौक होते हुए रैली सन्ना रोड पहुंची। इस दौरान महिलाओं ने दनगरी सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों को गिरफ्तार न करने और विधायक पर आरोपितों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर रही थी। विधायक निवास के पास एसडीओपी राजेश कुमार, नायब तहसीलदार सुशील सेन और कोतवाली प्रभारी रवि शंकर तिवारी के साथ पुलिस बल मौजूद था। बैरिकेटिंग के कारण भाजपाई आगे नहीं बढ़ सके। इस पर सड़क पर ही महिलाएं धरने में बैठ कर नारेबाजी करने लगी। धरना और नारेबाजी का यह सिलसिला लगभग 1 घंटे तक चलता रहा।

आंदोलन में जिला भाजपा अध्यक्ष, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष ममता कश्यप, नगरपालिका की पूर्व अध्यक्ष रजनी प्रधान, महिला मोर्चा जिला महामंत्री शारदा प्रधान, अंजू टोप्पो, पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश राम भगत, देवेन्द्र गुप्ता, जशपुर शहर मंडल अध्यक्ष संतोष सिंह, नगरपालिका उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता, डीडीसी शांति भगत, डीडीसी रीना बरला, रूपेश सोनी, गोविंद भगत, भुनेश्वरी बेहरा, नीतू गुप्ता, सावित्री निकुंज, शरद चौरसिया, प्रतिमा भगत, कमला सन्यासी, कृपा भगत, आशु राय सहित पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सम्मिलित थे। दनगरी सामूहिक दुष्कर्म मामले में फरार आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर महिलाओं ने खुल कर नाराजगी जताई। विधायक निवास के पास धरने में बैठी महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनि भगत ने कहा कि शिक्षक दिवस से एक दिन पहले महिला शिक्षक से दुष्कर्म की शर्मनाक घटना से पूरा जशपुर जिला दहल गया है। लेकिन विधायक विनय भगत मौन साध कर बैठे हुए हैं। उन्होनें इंटरनेट मिडिया में प्रसारित हो रहे आरोपित के साथ विनय भगत की तस्वीर पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि विधायक द्वारा दिये जा रहे राजनैतिक संरक्षण के कारण ही पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। उन्होनें कहा कि भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के शासन काल में छत्तीसगढ़ की जनता को भूख के भय से मुक्त कर दिया था। केन्द्र सरकार ने गरीब जनता को पक्का मकान, नि:शुल्क इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड, किसानों को सम्मान निधि दिया है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि पांच साल के शासन काल में उसने छत्तीसगढ़ की जनता के लिए क्या किया है ? सांसद गोमती साय ने दनगरी मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी में हो रही लेट-लतीफी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि भूपेश सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से लचर हो गई है। आम जनता डर से घरों में छिपी हुई है और अपराधी, राजनैतिक संरक्षण पा कर खुले आम घूम रहे हैं। उन्होनें दनगरी के मामले को जशपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लिए शर्मनाक बताते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायकों को सरकारी जमीन अपने नाम कराने और भ्रष्टाचार से काला धन जमा करने से फुर्सत नहीं है। इसलिए जनता की सुरक्षा की चिंता नहीं कर रहें हैं। पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने दनगरी मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर हजारों की संख्या में सड़क पर उतरने की घोषणा की।

कुनकुरी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और शौर्य प्रताप ने सम्हाला मोर्चा –

कुनकुरी के विधायक और संसदीय सचिव यूडी मिंज के कार्यालय के घेराव की जिम्मेदार भारतीय जनता युवा मोर्चा ने सम्हाली थी। यहां आंदोलन का नेतृत्व पूर्व केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और भाजयुमो के जिलाध्यक्ष शौर्य प्रताप सिंह जूदेव ने किया। रैली की शक्ल में विधायक कार्यालय घेरने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस प्रशासन ने बेरिकेट लगा कर पहले ही रोक दिया। इस दौरान पुलिस के जवानों और भाजपा कार्यकर्ताओं में हल्की झूमाझटकी भी हुई। आंदोलन के बाद मिडिया को संबोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री साय ने कहा कि डूमरबहार में जिस तरह विधायक यूडी मिंज और कांग्रेस सरकार का धौंस दिखा कर वर्ग विशेष के लोगों ने कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को बाधित करने का प्रयास किया है, इससे यह साबित होता है कि सनातन विरोधियों और असामाजिक तत्वों को कांग्रेस के विधायक संरक्षण दे रहें हैं। उन्होनें इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन पर राजनैतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस इस पूरे प्रकरण को जमीन-विवाद का मामला बता कर लिपापोती करने में जुटी हुई है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता इसे सफल नहीं होने देगें। जब तक पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर लेती है,तब तक भाजपा चुप नहीं बैठेगी।

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